हरियाणा के गुरुग्राम शहर में पिछले कुछ दिनों से राहगीरों के बीच एक अनजानी दहशत फैली हुई थी। लोग सड़कों पर चलते हुए डर रहे थे, क्योंकि एक शातिर लुटेरा गैंग अपनी अनोखी तरकीब से सबको हैरान कर रहा था। लेकिन अब पुलिस ने इस डर को खत्म कर दिया है।
गुरुग्राम पुलिस ने उस खूंखार गिरोह के सरगना को धर दबोचा, जो राहगीरों का गला दबाकर उन्हें बेहोश कर लूटपाट करता था। इस शख्स का नाम है राजू, जिसे उसके गैंग में “कालिया” के नाम से जाना जाता है। यह बिहार के मोतिहारी जिले के चांदपुर गांव का रहने वाला है और हाल के दिनों में गुरुग्राम में ही छिपा हुआ था।
गर्दन दबाने की खतरनाक तरकीब
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि कालिया कोई साधारण लुटेरा नहीं था। उसने लूटपाट को एक कला बना लिया था। उसकी तरकीब सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। वह पहले अपने शिकार को पीछे से दबोचता, फिर कोहनी से गले पर जोर डालता और दूसरे हाथ से कलाई पकड़कर नीचे खींचता।
इस खतरनाक तरीके से कुछ ही सेकंड में शिकार की सांसें रुकने लगतीं और दिमाग पर असर पड़ने से वह बेहोश हो जाता। इससे शिकार को विरोध करने का मौका ही नहीं मिलता था। फिर कालिया आराम से जेबें खाली करता और मौके से फरार हो जाता। उसकी यह चाल इतनी तेज थी कि लोग समझ ही नहीं पाते थे कि उनके साथ क्या हुआ।
1 अप्रैल की रात की वारदात
कालिया की करतूत का सबसे ताजा सबूत 1 अप्रैल की रात को सामने आया। उसने गुरुग्राम के राजीव नगर इलाके में एक फर्नीचर कारोबारी को अपना निशाना बनाया। रात के अंधेरे में उसने कारोबारी को बेहोश कर 50 हजार रुपये की नकदी और उसका मोबाइल फोन लूट लिया। लेकिन इस बार उसकी चाल कामयाब नहीं रह सकी।
घटना के पास लगे सीसीटीवी कैमरे ने उसकी हरकत को रिकॉर्ड कर लिया। पुलिस ने इस फुटेज की मदद से उसकी पहचान की और आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के लिए यह बड़ी कामयाबी थी, क्योंकि कालिया लंबे वक्त से इलाके में आतंक मचाए हुए था।
पुलिस का खुलासा: 13 आपराधिक मामले
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि राजू उर्फ कालिया का आपराधिक इतिहास भी कम खतरनाक नहीं है। उसके खिलाफ मारपीट, चोरी, शस्त्र अधिनियम और छीना-झपटी जैसे 13 मामले पहले से दर्ज हैं। यह सुनकर साफ हो जाता है कि वह कितना शातिर अपराधी है। फिलहाल, पुलिस ने उसके पास से लूटा हुआ मोबाइल बरामद कर लिया है और उससे गहन पूछताछ जारी है। पुलिस को शक है कि उसके गैंग के बाकी सदस्य भी आसपास छिपे हो सकते हैं, जिनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है।
लोगों को राहत, पुलिस की सतर्कता
इस गिरफ्तारी से गुरुग्राम के लोगों ने राहत की सांस ली है। सड़कों पर अब पहले जैसा डर नहीं रहा। पुलिस का कहना है कि वे ऐसे अपराधियों पर लगाम कसने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। कालिया की गिरफ्तारी न सिर्फ एक बड़ी सफलता है, बल्कि यह भी संदेश देती है कि अपराध कितना भी शातिराना क्यों न हो, कानून के हाथों से बच नहीं सकता। अगर आपके आसपास भी कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें, ताकि ऐसी वारदातों को रोका जा सके।
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