शनिवार की रात अफगानिस्तान और म्यांमार में आए भूकंप के झटकों ने लोगों के बीच दहशत फैला दी। धरती के हिलने से रात का सन्नाटा टूट गया, और लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो उठे। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों देशों में अलग-अलग समय पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। आइए, इस प्राकृतिक घटना के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि इन झटकों ने स्थानीय लोगों पर क्या प्रभाव डाला।
अफगानिस्तान में रात को दो बार हिली धरतीशनिवार की रात अफगानिस्तान में भूकंप के दो झटके महसूस किए गए, जिसने लोगों को नींद से जगा दिया। एनसीएस के अनुसार, पहला झटका रात 1:26 बजे आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.2 मापी गई। यह भूकंप धरती की सतह से 190 किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था। गहराई अधिक होने के कारण इसका प्रभाव सतह पर कम रहा, लेकिन फिर भी स्थानीय लोग डर गए। इसके कुछ ही घंटों बाद, रात 2:11 बजे, एक और झटका आया, जिसकी तीव्रता 4.0 थी। यह झटका भी गहरे केंद्र के कारण ज्यादा नुकसान तो नहीं पहुंचा, लेकिन लोगों में खौफ और अनिश्चितता का माहौल बन गया।
म्यांमार में भी भूकंप ने दी दस्तकउसी रात म्यांमार में भी धरती डोली। एनसीएस ने बताया कि शनिवार तड़के 3:26 बजे म्यांमार में 3.7 तीव्रता का भूकंप आया। यह झटका धरती की सतह से 105 किलोमीटर की गहराई पर दर्ज किया गया। हालांकि, इसकी तीव्रता अपेक्षाकृत कम थी, लेकिन स्थानीय लोगों में आशंका और डर का माहौल बना रहा। म्यांमार में भूकंप का यह झटका रात के समय होने के कारण कई लोगों को नींद से जगा गया, और लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
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