हमीरपुर, 12 अप्रैल . मातृभूमि की रक्षा करते हुए वीर जवान कुलदीप चंद ने जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में आतंकियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त किया. है आखिरी सांस तक दुश्मनों से भिड़ते हुए उन्होंने अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान दिया और देश सेवा की अमिट मिसाल कायम की. जैसे ही उनके बलिदान की सूचना हमीरपुर जिला के कोहलवीं गांव पहुंची पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई.
देश सेवा को समर्पित रहा जीवन
वर्ष 1996 में सेना में भर्ती हुए कुलदीप चंद 9 पंजाब रेजीमेंट में तैनात थे. उन्होंने 25 वर्षों तक सेना में सेवा करते हुए देश के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिया. वे अपने पीछे पत्नी, एक बेटा, एक बेटी और बुजुर्ग माता-पिता को छोड़ गए हैं. उनका छोटा भाई विदेश में कार्यरत है जिसे इस दुखद समाचार की सूचना दे दी गई है.
रविवार को अंतिम विदाई, सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
वीर जवान का पार्थिव शरीर रविवार सुबह उनके पैतृक गांव कोहलवीं पहुंचेगा, जहां सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. पूरे क्षेत्र के लोग उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए एकत्र होंगे और अपने इस बहादुर सपूत को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
मेरा बेटा बलिदान हुआ, लेकिन सरकार कब जागेगी? पिता रत्न चंद की पीड़ा
वीर जवान के पिता रत्न चंद ने भर्राए स्वर में कहा, मुझे अपने बेटे के बलिदान पर गर्व है, लेकिन सरकार को अब आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाने चाहिए. हमारे जवान हर रोज बलिदान दे रहे हैं, पर ठोस कार्रवाई का अब भी इंतजार है.
ग्राम पंचायत गाहली के प्रधान कपिल ठाकुर ने कहा, हमीरपुर जिले के अनेक वीर सपूतों ने देश के लिए बलिदान दिया है. कुलदीप चंद का बलिदान पूरे क्षेत्र के लिए गर्व और शोक का विषय है. हम सब उनके परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में खड़े हैं.
/ विशाल राणा
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