खड़गपुर, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . भारत के चिकित्सा प्रौद्योगिकी (मेडटेक) क्षेत्र में एक नई ऐतिहासिक पहल के तहत Indian प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर ने अमेरिका स्थित इमेजिंग आईएनसी के साथ हाथ मिलाया है. इस साझेदारी का उद्देश्य भारत का पहला देशी “लो-फील्ड बेडसाइड एमआरआई सिस्टम” विकसित करना है, जो चिकित्सा इमेजिंग को अधिक सुलभ, किफायती और पोर्टेबल बनाएगा.
यह समझौता ज्ञापन (एमओयू) आईआईटी खड़गपुर के निदेशक प्रो. सुमन चक्रवर्ती और संस्थान के पूर्व छात्र एवं इमेजिंग के संस्थापक डॉ. ज्योति चटर्जी (मैकेनिकल इंजीनियरिंग, 1977 बैच) के बीच हस्ताक्षरित हुआ.
डॉ. चटर्जी ने इस परियोजना के लिए प्रारंभिक निवेश के रूप में एक मिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि दी है. आगे चलकर आईआईटी खड़गपुर और इमेजिंग आईएनसी संयुक्त रूप से 50 लाख डॉलर की अतिरिक्त राशि जुटाने की योजना बना रहे हैं, जिससे इस नवाचार के प्रोटोटाइप विकास और व्यावसायिक उपयोग की प्रक्रिया को तेज किया जा सके.
आईआईटी खड़गपुर के निदेशक प्रो. चक्रवर्ती ने बताया कि यह साझेदारी आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. अकादमिक अनुसंधान और उद्योग के सहयोग से हम चिकित्सा इमेजिंग तकनीक को प्रयोगशाला से सीधे मरीज के बिस्तर तक लाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं.
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल भारत में उन्नत चिकित्सा इमेजिंग तकनीक को लोकतांत्रिक बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी. इससे बड़े अस्पतालों से लेकर ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों तक एमआरआई सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी.
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(Udaipur Kiran) / अभिमन्यु गुप्ता
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