—दुर्गा नाला, चौकाघाट और कोनिया पंपिंग स्टेशनों का भी किया निरीक्षण
वाराणसी, 28 अप्रैल . वाराणसी शहर की सीवरेज व्यवस्था को बेहतर बनाने और प्रदूषण की समस्या पर प्रभावी नियंत्रण के उद्देश्य से मंडलायुक्त एस. राजलिंगम ने सोमवार को दुर्गा नाला, वरुणा कॉरिडोर, चौकाघाट सीवेज पंपिंग स्टेशन और कोनिया मेन पंपिंग स्टेशन का निरीक्षण किया.
निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने जल निगम द्वारा दुर्गा नाले पर प्रस्तावित एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) की तैयारियों की समीक्षा की. यह एसटीपी नवविस्तारित इलाकों के गंदे पानी को सीधे वरुणा नदी में जाने से रोकने में मदद करेगा. राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत 60 एमएलडी की क्षमता वाले इस एसटीपी को मंजूरी मिल चुकी है. वर्तमान में इसके लिए चिन्हित भूमि का अंश निर्धारण कार्य प्रगति पर है, जिसे शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं.
इसके पश्चात कमिश्नर ने सिंचाई विभाग द्वारा विकसित वरुणा कॉरिडोर और उसमें मिलने वाले ट्रीटेड नालों का निरीक्षण किया. उन्होंने ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए कॉरिडोर पर एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाए जाने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश सिंचाई विभाग को दिए.
चौकाघाट स्थित 140 एमएलडी क्षमता वाले मेन सीवेज पंपिंग स्टेशन तथा कोनिया मेन पंपिंग स्टेशन के निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने सीवरेज ओवरफ्लो की समस्या और संबंधित तकनीकी बिंदुओं पर भी चर्चा की. उन्होंने निर्देश दिया कि इन समस्याओं के समाधान के लिए एक विस्तृत और व्यावहारिक कार्ययोजना तैयार की जाए.
निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त राजीव राय, जलकल के महाप्रबंधक आशीष सिंह, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के परियोजना प्रबंधक, जल निगम (शहरी एवं ग्रामीण) के अधिशासी अभियंता सहित सिंचाई, प्रदूषण नियंत्रण एवं नगर निगम से जुड़े अधिकारी उपस्थित रहे.
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/ श्रीधर त्रिपाठी
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