लखनऊ, 07 जुलाई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से तीन हजार वर्गमीटर के ऊपर के जमीन पर व्यावसायिक नक्शा पास होने की अनुमति देते ही लखनऊ में व्यावसायी लोग तीन हजार से दस हजार वर्गमीटर के प्लॉट तलाशने लगे है। होटल, हॉस्पिटल, बिग मार्केट, शॉपिंग काम्पलेक्स जैसे व्यावसाय से जुड़े लोगों की नजरें शहर के चारों ओर दौड़ रही है।
लखनऊ में आईआईएम रोड, भिटौली क्रासिंग, बक्शी का तालाब, तिवारीपुर से जुड़े प्रापर्टी डीलरों की मानें तो उनके क्षेत्र में बड़े प्लॉटों की मांग बढ़ गयी है। इस वक्त क्षेत्र के अनुसार रेट भी बढ़ सकता है। अभी सड़क पर रेट 27 सौ रूपये वर्गमीटर है। सड़क के भीतर 18 सौ का रेट चल रहा है। बड़े प्लॉटों की मांग देखते हुए उसके रेट अवश्य बढ़ेगें।
शहर के दूसरी छोर पर सुलतानपुर रोड की ओर तेजी से बस रहें शहरी इलाकों में बड़े प्लॉटों की भी मांग बढ़ी है। सुलतानपुर रोड पर प्लॉटिंग कार्य से जुड़े गोल्डेन गुप्ता बताते है कि व्यावसाय की दृष्टिकोण से इस तरफ काफी स्कोप है। गोसाईगंज क्षेत्र के आसपास दो हजार के रेट से अभी भी जमीनें मिल जाएगी। वहीं सड़क के दोनों ओर की जमीन का तीन हजार का रेट पहुंच चुका है। जिसके आगे बढ़ते ही रहने की उम्मीद है।
— लखनऊ में बीकेटी, सुगामऊ, वृंदावन कालोनी में गुमनाम प्लॉट
लखनऊ शहर में जहां एक ओर व्यावसाय की सम्भावना को देखते हुए बड़े प्लॉट की तलाश तेज हो गयी है। वहीं कुछ प्लॉटों को खरीदने के बाद से उनके मालिकों ने छुआ तक नहीं है। कई वर्षो से प्लॉट को कोई देखने तक नहीं आया है, जिसके कारण उसमें झाड़ी उग आई है। कुछ जगहों पर प्लॉट के गेट तक टूट गये है। बीकेटी के चंद्रिका देवी मार्ग, इंदिरा नगर से सुगामऊ मार्ग, वृंदावन कालोनी जैसे शहरी इलाकों में ऐसे कई गुमनाम बड़े प्लॉट मौजूद है।
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(Udaipur Kiran) / श.चन्द्र
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