पूर्वी चंपारॆम,18 अगस्त (Udaipur Kiran) । भारत-नेपाल सीमा पर तैनात 47वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल की मानव तस्करी रोधी इकाई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नेपाल से भारत की ओर आ रही एक नाबालिग लड़की को चार युवकों के साथ संदिग्ध परिस्थिति में हिरासत में लिया है,जिनसे पूछताछ और काउंसलिंग के बाद खुलासा हुआ कि लड़की सीतामढ़ी की रहने वाली है, जबकि चारों युवक पटना के निवासी हैं।
मुख्य आरोपित मोहम्मद शाहिद अंसारी ने सोशल मीडिया के माध्यम से लड़की को प्रेम जाल में फंसाया और शादी का झांसा देकर नेपाल ले गया। शाहिद अपने साथियों मोहम्मद साहिल अंसारी, गोलू अंसारी और सुभान अंसारी के साथ काठमांडू पहुंचा, जहां सभी आठ दिनों तक एक किराए के मकान में रुके। इस दौरान शाहिद ने लड़की से शादी का वादा किया, लेकिन उसे गुमराह करता रहा। बाद में उसने भारत लौटकर पटना में शादी करने की बात कही और साथियों संग लड़की को लेकर लौट रहा था।
रेस्क्यू के दौरान जब मानव तस्करी रोधी इकाई ने लड़की के परिजनों और सीतामढ़ी जिले के बेलसंड थाना से संपर्क किया तो यह स्पष्ट हुआ कि परिजनों ने लड़की के अपहरण की प्राथमिकी पहले ही दर्ज कराई थी। इसके बाद सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया।
इस अभियान में एसएसबी की टीम से इंस्पेक्टर विकास कुमार, हवलदार अरविंद द्विवेदी, महिला सिपाही नीतू कुमारी, राजन कुमारी, कविता कुमारी और झिल्ली साहू शामिल थीं। वहीं प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर से आरती कुमारी व राजगुप्त तथा स्वच्छ रक्सौल संस्था से रणजीत सिंह और साबरा खातून ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।
मानव तस्करी रोधी इकाई की इस कार्रवाई से न केवल एक नाबालिग लड़की को तस्करी और शोषण से बचाया गया, बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से युवतियों को फंसाने वाले गिरोह का पर्दाफाश भी हुआ है।
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(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार
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