शिमला, 22 मई . जिला शिमला के झाकड़ी स्थित नाथपा झाकड़ी जलविद्युत परियोजना (एनजेएचपीएस) के अंतर्गत नाथपा बांध से अतिरिक्त पानी सतलुज नदी में छोड़े जाने की तैयारी की जा रही है. इसके चलते सतलुज नदी का जलस्तर अप्रत्याशित रूप से बढ़ सकता है. इस स्थिति को देखते हुए परियोजना प्रबंधन ने लोगों से अपील की है कि वे सतलुज नदी के किनारों से दूर रहें और पूरी सतर्कता बरतें.
एनजेएचपीएस द्वारा गुरूवार को जनहित में जारी चेतावनी में कहा गया है कि पिछले कुछ दिनों से सतलुज नदी में जलप्रवाह लगातार बढ़ रहा है. जलस्तर बढ़ने से संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए नाथपा बांध से नियंत्रित रूप में अतिरिक्त पानी छोड़ा जाएगा. प्रशासन ने लोगों से आग्रह किया है कि वे नदी के पास जाने से परहेज करें और आवश्यक एहतियात बरतें.
सायरन बजने पर अलर्ट रहें स्थानीय लोग
बांध प्रबंधन की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि पानी छोड़े जाने से पहले और दौरान चेतावनी स्वरूप हूटर (सायरन) बजाए जाएंगे. लोगों को इन सायरनों की आवाज सुनते ही सतर्क हो जाना चाहिए और नदी क्षेत्र से पूरी तरह दूर रहना चाहिए. साथ ही नदी के आसपास चराई, मछली पकड़ने, नहाने या अन्य गतिविधियों से भी बचने की अपील की गई है.
शिमला जिले के रामपुर शहर सहित झाकड़ी, निरमंड और आसपास के गांव सतलुज नदी के किनारे बसे हुए हैं. इन क्षेत्रों में अचानक जलस्तर बढ़ने की स्थिति में प्रबन्धन ने पहले से ही चेतावनी जारी कर दी है.
एनजेएचपीएस प्रबंधन की ओर से स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सुरक्षा के लिए जारी किए गए चेतावनी संकेतों की अनदेखी करना किसी भी अप्रिय घटना का कारण बन सकता है. इसलिए लोग न केवल स्वयं सतर्क रहें बल्कि अपने बच्चों और पशुओं को भी नदी किनारे न जाने दें.
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/ उज्जवल शर्मा
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