शिमला, 22 अप्रैल . हिमाचल प्रदेश में नशे की लत जानलेवा बनती जा रही है और यह खतरा युवाओं को तेजी से अपनी गिरफ्त में ले रहा है. ताजा मामला शिमला जिला के कोटखाई उपमंडल से सामने आया है जहां एक युवक का शव उसकी कार में संदिग्ध परिस्थितियों में पाया गया. प्रारंभिक जांच में मौत की वजह नशीले पदार्थ का अत्यधिक सेवन मानी जा रही है.
पुलिस के अनुसार कोटखाई थाना को सोमवार को सूचना मिली कि राम की कराली क्षेत्र के पास एक व्यक्ति अपनी कार में मृत पड़ा है. सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. घटनास्थल बहलीधार से आगे एक सुनसान घाटी में था जहां एक नीले रंग की स्विफ्ट कार खड़ी मिली. कार की ड्राइवर सीट पर एक युवक निर्जीव अवस्था में मिला.
पुलिस ने जब कार की जांच की तो पाया कि सभी खिड़कियां अंदर से बंद थीं हालांकि दरवाजे लॉक नहीं थे. मृतक की पहचान 31 वर्षीय वशिष्ठ घाल्टा निवासी कोटखाई के रूप में हुई है. युवक के शव के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला जिससे मामला और रहस्यमयी हो गया.
डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच की कमान संभाली. पुलिस के अनुसार युवक के नाक से झाग और खून के निशान थे जो ड्रग ओवरडोज के संकेत हो सकते हैं. शव को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोटखाई ले जाया गया जहां डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की.
जांच के दौरान युवक के एक हाथ पर इंजेक्शन के निशान भी पाए गए हैं जिससे संभावना जताई जा रही है कि उसने नशीले पदार्थ का सेवन किया था.
डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की असल वजह सामने आएगी.
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के कई जिलों, विशेषकर शिमला, सोलन, हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा में नशे की बढ़ती समस्या चिंता का विषय बनती जा रही है. हाल ही में कई युवाओं की संदिग्ध मौतों में ड्रग्स का कनेक्शन सामने आ चुका है. पुलिस और प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे नशा विरोधी अभियानों के बावजूद यह समस्या लगातार बढ़ती जा रही है.
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/ उज्जवल शर्मा
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