सिलीगुड़ी,17 अप्रैल . फांसीदेवा ग्रामीण अस्पताल में एक रोगी की मौत के बाद परिजनों ने चिकित्सीय लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. तनाव के मद्देनजर फांसीदेवा थाने की पुलिस वहां पहुंची और बिगड़ती स्थिति को संभाला. इलाज में लापरवाही के आरोप को अस्पताल प्रशासन ने सिरे से नकार दिया है. मृतक का नाम मोहम्मद तमीजुद्दीन है. वह फांसीदेवा के कालू जोत के निवासी थे.
सूत्रों के अनुसार, तीन दिन पहले पेट की समस्या के कारण तमीजुद्दीन को फांसीदेवा ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां गुरुवार को रोगी की मौत हो गई. इधर जैसे रोगी के परिजनों को सुबह यह खबर मिली स्थिति गरमा गई. ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक के खिलाफ परिजनों ने गुस्सा जाहिर करते हुए हंगामा शुरू कर दिया. घटना की सुचना पर फांसीदेवा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और बिगड़ती स्थिति को संभाला.
दूसरी तरफ, खबर मिलने के बाद सिलीगुड़ी महकमा परिषद के कार्यकारी सभाधिपति ऐनुल हक भी मौके पर पहुंचे. बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल भेज दिया गया.
परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी तमीजुद्दीन को चिकित्सा सुविधा नहीं दी गई. चिकित्सीय लापरवाही के कारण तमीजुद्दीन की मौत हुई है.
हालांकि, फांसीदेवा ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शाहीनूर इस्लाम ने कहा, इसमें कोई लापरवाही नहीं हुई है. मरीज की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई.
/ सचिन कुमार
You may also like
थाईवान जलडमरूमध्य में फिलीपींस का उकसावा : आग से खेलने का खतरनाक खेल
सीसीएस की बैठक के बाद यूपी सरकार में मंत्री दानिश आजाद अंसारी बोले, 'आर-पार की लड़ाई'
हमास के आतंकवादियों को पाकिस्तान में आमंत्रित किया जाना 'बुरा संकेत', पहलगाम हमले पर बोले इजरायल के राजदूत
जलवायु परिवर्तन से निपटने की चीन की गति धीमी नहीं होगी : शी चिनफिंग
राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने की पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की भर्त्सना