भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ का तीसरा मैच लॉर्ड्स में खेला जा रहा है। इस मैच में एक बार फिर ड्यूक गेंद को लेकर विवाद हो गया है। शुक्रवार को महज 10 ओवर के बाद ही गेंद बदलनी पड़ी, जिस पर भारतीय खिलाड़ियों ने नाराजगी जताई। कप्तान शुभमन गिल और मोहम्मद सिराज की अंपायर से झड़प भी हुई। अब ड्यूक गेंद बनाने वाली कंपनी के मालिक दिलीप जाजोदिया ने इस मामले पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में असामान्य रूप से गर्म मौसम और इस समय बल्लेबाजों के आक्रामक खेल को देखते हुए उनकी कंपनी हमेशा सुधार के लिए तैयार है।
10 ओवर के बाद गेंद बदलने पर भारतीय खिलाड़ी नाराज़
लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन सुबह के सत्र में दो बार गेंद बदली गई। महज 10 ओवर के बाद गेंद को फिर से बदलने पर भारतीय खिलाड़ी नाराज़ थे। जाजोदिया ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, 'विश्व क्रिकेट में केवल तीन मान्यता प्राप्त निर्माता (ड्यूक्स, एसजी और कूकाबुरा) हैं। क्रिकेट गेंद बनाना आसान नहीं है। अगर यह आसान होता, तो दुनिया भर में सैकड़ों निर्माता होते। इसलिए मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को यह समझने की ज़रूरत है कि हम हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठे हैं। हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर कोई समस्या है, तो उसकी समीक्षा की जाएगी और हम उसका समाधान निकालने की कोशिश करेंगे। चाहे वह चमड़े में कोई खराबी हो या कुछ और। हम इस पर गौर करेंगे। मैं आराम से बैठकर सिगरेट नहीं पीता।'
उन्होंने कहा, 'खिलाड़ी मेरी क्रिकेट गेंद की आलोचना कर सकते हैं। मैं खराब शॉट या खराब गेंद के लिए भी उनकी आलोचना कर सकता हूँ। आप समझ रहे हैं ना? आपको समझदारी से काम लेना होगा।'
दूसरे टेस्ट के बाद गिल और पंत ने भी उठाए सवाल
मौजूदा सीरीज़ के दूसरे मैच के बाद, भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान शुभमन गिल और उप-कप्तान ऋषभ पंत ने गेंद के इतनी जल्दी नरम होने और उसका आकार बदलने पर निराशा जताई। इंग्लैंड के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ स्टुअर्ट ब्रॉड, जिन्होंने अपने टेस्ट करियर में ज़्यादातर 604 विकेट ड्यूक गेंद से लिए हैं, ने भी गेंद के तेज़ी से खराब होने के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई। इस बारे में जजोदिया ने कहा, 'सुपरस्टार (बड़े खिलाड़ी) बहस कर सकते हैं। मुझे वही करना होगा जो वे चाहते हैं। मैं बस इतना ही कह सकता हूँ। आलोचना करना बहुत आसान है।'
ड्यूक गेंद बनाने वाली कंपनी के मालिक का बयान
जब जाजोदिया से गेंद के तेज़ी से खराब होने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, 'मौसम का इस पर बहुत असर पड़ता है। क्रिकेट खेलने का तरीका और बल्ले का प्रकार बदल रहा है। खिलाड़ी शॉट में ज़्यादा ताकत लगा रहे हैं। गेंद समय-समय पर बाउंड्री के बाहर की चीज़ों पर ज़ोर से लगती है। ऐसी परिस्थितियों में भी, यह गेंद 80 ओवर तक टिकती है और यह किसी चमत्कार जैसा है।'
जब ड्यूक गेंद को लेकर ईसीबी की नाराज़गी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, 'नहीं, अभी तक कोई तत्काल प्रतिक्रिया नहीं आई है। हम एक टेस्ट सीरीज़ के बीच में हैं। मैं पूरे सम्मान के साथ कह रहा हूँ कि पिछले कुछ मैचों में दो नतीजे आए हैं। इसमें भारत ने एक मैच जीता है। कप्तान गिल ने किसी भी अन्य खिलाड़ी से ज़्यादा रन बनाए हैं। दो गेंदबाज़ों ने छह विकेट लिए हैं। इसलिए मैं बस इतना कह सकता हूँ कि असुविधा के लिए मुझे खेद है, लेकिन कम से कम आप क्रिकेट तो खेल रहे हैं।'
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