भारत के अलावा नेपाल, भूटान और मॉरीशस समेत पूरी दुनिया में भगवान शिव के मंदिर मौजूद हैं। आपको बता दें कि भारत में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग मंदिर हैं, जिनके दर्शन हिंदू परिवारों के लिए एक बड़ा लक्ष्य है। महाशिवरात्रि पर लाखों लोग इन मंदिरों में दर्शन करने आते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर भी भारत में ही है?
यह मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में है, जिसका नाम तुंगनाथ है। तुंगनाथ मंदिर दुनिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है। यह मंदिर समुद्र तल से करीब 3,680 मीटर (12,073 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। भगवान शंकर का यह
तुंगनाथ का शाब्दिक अर्थ है 'पहाड़ों का देवता'। लेकिन दुनिया के सबसे ऊंचे शिव मंदिर का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस मंदिर की नींव अर्जुन ने रखी थी। यह भी कहा जाता है कि पांडवों ने हजारों साल पहले भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए इस मंदिर का निर्माण कराया था।
लोगों का कहना है कि महाभारत के युद्ध में पांडवों ने अपने भाइयों और गुरुओं की हत्या की थी, जिसके कारण उन्हें हत्या का पाप लगा था। ऋषि व्यास ने उनसे कहा था कि अगर भगवान शंकर उन्हें माफ कर दें तो वे सभी पापों से मुक्त हो जाएंगे।
कहा जाता है कि तुंगनाथ मंदिर में भगवान शिव के हाथ पाए गए थे। तुंगनाथ के अलावा पंच केदार में केदारनाथ, रुद्रनाथ, मध्यमहेश्वर और कल्पेश्वर मंदिर हैं। कहा जाता है कि महाशिवरात्रि पर इस मंदिर में दर्शन करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। इसलिए अगर आप भी महाशिवरात्रि पर भगवान शंकर के दर्शन करने जा रहे हैं तो तुंगनाथ मंदिर जरूर जाएं।
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