विधान परिषद सदस्य और भाजपा नेता धर्मेंद्र भारद्वाज ने हाल ही में विधानसभा में पुराने शहर के इस्लामाबाद इलाके का नाम बदलने की मांग की। रविवार को पत्रकारों से बातचीत में स्वामी रामभद्राचार्य ने इस मांग का समर्थन किया। रामभद्राचार्य ने कहा कि भारत में ऐसे नाम नहीं होने चाहिए।
सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। धर्मेंद्र ने कहा कि इस्लामाबाद पाकिस्तान की राजधानी है। भारत में पाकिस्तानी शहरों के नाम पाकिस्तान के प्रति प्रेम दर्शाते हैं। यहाँ पाकिस्तान का कोई प्रतीक नहीं होना चाहिए। उन्हें दूसरे नामों से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन पाकिस्तान से जुड़े नाम नहीं होने चाहिए।
देवी-देवताओं की पूजा न भी करें, तो भी माता-पिता को प्रसन्न रखें: स्वामी रामभद्राचार्य
भामाशाह पार्क में आयोजित श्रीराम कथा के सातवें दिन स्वामी रामभद्राचार्य ने सीता राम जय सीता राम के संकीर्तन से कथा की शुरुआत की। लक्ष्मण द्वारा सूर्पणखा के नाक-कान काटने की घटना का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद की कोई जाति या लिंग नहीं होता। उसे दंड मिलना चाहिए। उन्होंने सूर्पणखा को एक आतंकवादी महिला बताया।
भारत शुरू से ही आतंकवाद का विरोध करता रहा है। संस्कृत विद्वान रामभद्राचार्य महाराज ने युवाओं से अपील की कि वे किसी देवी-देवता की पूजा न करें, बल्कि अपने माता-पिता को प्रसन्न रखें, उनका अनादर न करें और उन्हें दुखी न करें। माता-पिता प्रसन्न रहेंगे तो 33 करोड़ देवता भी आप पर कृपा बरसाएंगे।
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