बिहार में गुरुवार को खराब मौसम की स्थिति रही, जिसके कारण एक ही दिन में राज्य भर में 58 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 23 लोग बिजली गिरने से मारे गए, जबकि 35 अन्य लोग तूफान से संबंधित दुर्घटनाओं में मारे गए, जिनमें भारी बारिश और तेज हवाओं के दौरान पेड़ और दीवारें गिरने से हुई मौतें भी शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा प्रभावित जिला नालंदा रहा, जहां तेज आंधी के कारण 22 लोगों की जान चली गई। तूफान ने भोजपुर (5 मौतें), गया (3 मौतें) और गोपालगंज, जहानाबाद, पटना, अरवल और मुजफ्फरपुर में एक-एक व्यक्ति की जान ले ली।
अकेले बिजली गिरने से 23 लोगों की मौत हुई, जिसमें सीवान में सबसे अधिक 4 लोगों की मौत हुई। जमुई में 3 लोगों की मौत हुई, जबकि सहरसा, अररिया और सारण में 2-2 लोगों की मौत हुई। पटना, जहानाबाद, भोजपुर, दरभंगा, अरवल, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, कटिहार और भागलपुर जिलों में एक-एक मौत की सूचना मिली। इससे एक दिन पहले बिहार के आठ जिलों में बिजली गिरने से 25 लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में अधिकतर किसान और दिहाड़ी मजदूर थे, जो बदलते मौसम के बीच कृषि कार्य में लगे हुए थे।
इससे पहले, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मौतों पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। बयान में कहा गया कि उन्होंने राज्य के लोगों से आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी सलाह का पालन करने की भी अपील की। इस वर्ष फरवरी में बजट सत्र के दौरान राज्य विधानसभा में पेश की गई नवीनतम बिहार आर्थिक सर्वेक्षण (2024-25) रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में 2023 में बिजली या वज्रपात से संबंधित 275 मौतें होंगी।
You may also like
Tata Altroz Racer: A Hatchback That Redefines Sporty Performance
Redmi A5 : सेल में सबसे सस्ता हुआ स्मार्टफोन, जानें फीचर्स व कीमत
ये 3 लोग भूलकर भी न लगाए चेहरे पर मलाई, सुंदर दिखने की बजाय बिगड़ जाएगा चेहरा ☉
ऊंट से टकराई कार, अनाज व्यापारी की मौत-बेटा व पोता घायल
नेशनल हेराल्ड मामले में एक पैसे का लेन-देन नहीं तो फिर घोटाला कैसे? : गहलाेत