भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार की सुबह विशेष ट्रेन से वृंदावन पहुंचीं। राष्ट्रपति ने दिल्ली से सुबह आठ बजे अपनी यात्रा शुरू की और लगभग दस बजे वृंदावन रोड रेलवे स्टेशन पर उतरकर स्थानीय लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
राष्ट्रपति की यात्रा को देखते हुए सुरक्षा और सुविधा दोनों के लिहाज से विशेष प्रबंध किए गए थे। ट्रेन के 18 कोचों में से 12 कोच केवल राष्ट्रपति और उनके स्टाफ के लिए आरक्षित किए गए थे। इनमें प्रेसिडेंशियल सुइट, डीलक्स सुइट, रेस्टोरेंट, लाउंज और पावर कार शामिल थे, जिससे यात्रा को आरामदायक और सुरक्षित बनाया जा सके।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह विशेष ट्रेन पूरी तरह से सुरक्षा और सुविधा के मानकों के अनुसार तैयार की गई थी। राष्ट्रपति के आगमन से पहले स्टेशन और आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने रेलवे स्टेशन के आसपास यातायात और भीड़ नियंत्रण के विशेष इंतजाम किए थे। वहीं, वृंदावन के निवासियों और श्रद्धालुओं ने भी राष्ट्रपति का स्वागत करने के लिए स्टेशन पर विशेष व्यवस्था की थी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की वृंदावन यात्रा का उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों का दौरा करना है। उनके कार्यक्रम में स्थानीय मंदिरों का दर्शन और समाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से मुलाकात शामिल है। अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रपति का यह दौरा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय समुदायों के साथ संवाद स्थापित करने का भी अवसर है।
विशेष ट्रेन और कोच व्यवस्था को लेकर रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यात्रा के दौरान किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसका पूरा ध्यान रखा गया। प्रेसिडेंशियल सुइट और डीलक्स सुइट में सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थीं ताकि राष्ट्रपति और उनके स्टाफ की यात्रा आरामदायक और सुरक्षित हो।
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