नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में भारत के किसी भी संभावित हमले का खौफ है। इसी खौफ से पाकिस्तान की सेना ने अपने रडार को सियालकोट सेक्टर में भारतीय सीमा के करीब तैनात किया है। ये जानकारी न्यूज चैनल आजतक ने सूत्रों के हवाले से दी है। जानकारी के मुताबिक फिरोजपुर सेक्टर में भारतीय सीमा के पास सैन्य हलचल का पता लगाने के लिए पाकिस्तान की सेना ने इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम भी लगाया है। पाकिस्तान ने बीते दिनों भारत की सीमा से 58 किलोमीटर दूर चोर छावनी में रडार तैनात किया था।
इससे पहले सोशल मीडिया पर आए तमाम वीडियो में दावा किया गया था कि पाकिस्तान अपने टैंक, अन्य हथियार और जवानों को बड़ी तादाद में भारत से लगी सीमा और एलओसी की तरफ भेज रहा है। एक दावा ये भी किया गया है कि भारत के किसी हमले से जान बचाने के लिए पाकिस्तान की सेना के अफसर और जवान लगातार इस्तीफे दे रहे हैं। खबर ये भी आई थी कि पाकिस्तान सेना के जनरल आसिम मुनीर और अन्य अफसरों ने अपने परिवार विदेश भेजे हैं। कुल मिलाकर पाकिस्तान डरा हुआ है कि पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारत कभी भी अटैक कर सकता है।
इससे पहले भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। वहीं, 2019 में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट पर एयर स्ट्राइक कर दर्जनों आतंकियों को मौत की नींद सुलाया था। ऐसे में पाकिस्तान को लग रहा है कि भारत एक बार फिर सर्जिकल या एयर स्ट्राइक कर सकता है। पाकिस्तान ने सरगोधा समेत अपने एयरबेस पर भी लड़ाकू विमानों को हाई अलर्ट पर रखा है। पाकिस्तान की वायुसेना 2 अलग-अलग युद्धाभ्यास भी कर रही है। हालांकि, पाकिस्तान की वायुसेना कितनी कारगर है, ये 2019 में पता चला था जब भारत के मिग-21 विमान के जरिए अभिनंदन ने पाकिस्तान वायुसेना के आधुनिक एफ-16 विमान को मार गिराया था।
The post appeared first on .
You may also like
दुश्मन देश के हौसले बढ़ा रही कांग्रेस : तरुण चुघ
कांग्रेस का पीएम मोदी पर तंज,' पहलगाम पीड़ितों के परिजनों से नहीं मिले, कहां है जिम्मेदारी'
अगर आप अक्सर थक जाते हैं तो अपनी डाइट में शामिल करें ये 5 'सुपरफूड्स', हमेशा रहेगी एनर्जी
वियतनाम में लगेगी सारनाथ के पवित्र बुद्ध अवशेष की प्रदर्शनी, रिजजू के नेतृत्व में 01 मई को जाएगा प्रतिनिधिमंडल
कैबिनेट ने शासकीय सेवकों, पेंशनरों व परिवार पेंशनरों को देय महंगाई भत्ता और महंगाई राहत में वृद्धि का लिया निर्णय