मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में 7 हाथियों की मौत के बाद हड़कंप मच गया है. वन विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य में अब तक 7 हाथियों की मौत हो चुकी है. इस मामले में वन मंत्री ने एसआईटी से जांच के आदेश दिये हैं. साथ ही अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि हाथियों की मौत कोदो खाने से हुई है.
हाथियों की मौत अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक: वन मंत्री
हाथियों की मौत को लेकर वन मंत्री रावत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया कि अभयारण्य में हाथियों की असामयिक मौत दुखद और हृदय विदारक है. घटना की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी गठित कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
क्या नाग-नागिन के रिश्ते ने फसलों को जहरीला बना दिया?
मोटे अनाज की खेती करने वाले बुजुर्ग किसानों का मानना है कि खेत में सांप फसलों को जहर दे देते हैं। यह संभव है कि सांपों ने उन खेतों में संबंध स्थापित कर लिया हो जहां मृत हाथियों ने फसल खा ली हो। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई का पता चल सकेगा। फिलहाल इस मामले में राजनीति गरमा गई है.
7 हाथियों की मौत आश्चर्यजनक: जयराम रमेश
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए. ऐसा दोबारा न हो इसके लिए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 7 हाथियों की मौत चौंकाने वाली है. इसकी तुरंत जांच होनी चाहिए.
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