पेरिस: फ्रांस के ओलेरों द्वीप में बुधवार (5 नवंबर) को कार से भीड़ पर हमला करने वाले आरोपी पर कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। इस हमले में कम से कम 10 लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। इनमें दो की हालत गंभीर है। द सन की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में सामने आई है कि आरोपी ड्राइवर हमले के समय 'अल्लाहु अकबर' चिल्ला रहा था। इस हमले के तत्काल बाद किसी आतंकवादी हमले की आशंका जताई गई थी, लेकिन अब आंतकी हमले की आशंका को खारिज कर दिया गया है।
दसन की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी का नाम ज्यां गिलोट है, जिसकी उम्र 35 साल है और वो फ्रांस की रहने वाला श्वेत निवासी है। उसका अभी तक किसी कट्टरपंथी संगठन से संबंध नहीं निकला है। शुरूआती जांच के बाद पुलिस ने बताया है कि उसकी कार में गैस सिलिंडर रखे गए थे और उसने हमले के बाद अपनी गाड़ी में आग लगा दी थी।
फ्रांस कार हमले में आरोपी पर बड़े खुलासे
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपी गिलोट मानसिक रूप से अस्थिर था और लंबे समय से शराब और दूसरे नशीले पदार्थों का सेवन करता था। स्थानीय पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वह ओलेरों के ला कोतिनिएर गांव में अकेला रहता था और उसका आपराधिक इतिहास रहा है, जिसमें चोरी, हिंसा, संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, ट्रैफिक उल्लंघन और ड्रग्स का इस्तेमाल करने जैसे कई मामले दर्ज हैं। एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी न तो किसी आतंकवाद निगरानी सूची में था और न ही किसी चरमपंथी गतिविधि से जुड़ा हुआ था। जांचकर्ता यह भी पता लगा रहे हैं कि घटना के समय वह नशे में था या किसी मानसिक विकार की स्थिति में।
शुरूआत में ऐसी आशंकाएं थीं कि आरोपी गिलोट किसी आतंकवादी समूह से जुड़ा हो सकता है क्योंकि उसे "अल्लाहु अकबर" चिल्लाते हुए सुना गया था। फिलहाल इस बात का पता लगाया जा रहा है कि क्या आरोपी का इस्लाम से कोई संबंध है, क्या वो इस्लामिक कट्टरपंथी विचारधारा से जुड़ा हुआ है या फिर उसने मजहबी शब्दों का जिक्र हमले के समय क्यों किया? इसके अलावा हमले में घायल लोगों में 22 साल की एम्मा वल्लैन, जिसकी हालत गंभीर है, वो सांसद पास्कल मार्कोव्स्की की सहयोगी और नेशनल रैली (RN) पार्टी की कार्यकर्ता हैं। उन्हें हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाया गया, जहां वे कोमा में हैं। वहीं, नौ में से एक व्यक्ति को ICU में रखा गया है, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल और पांच स्थिर हैं।
दसन की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी का नाम ज्यां गिलोट है, जिसकी उम्र 35 साल है और वो फ्रांस की रहने वाला श्वेत निवासी है। उसका अभी तक किसी कट्टरपंथी संगठन से संबंध नहीं निकला है। शुरूआती जांच के बाद पुलिस ने बताया है कि उसकी कार में गैस सिलिंडर रखे गए थे और उसने हमले के बाद अपनी गाड़ी में आग लगा दी थी।
फ्रांस कार हमले में आरोपी पर बड़े खुलासे
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपी गिलोट मानसिक रूप से अस्थिर था और लंबे समय से शराब और दूसरे नशीले पदार्थों का सेवन करता था। स्थानीय पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वह ओलेरों के ला कोतिनिएर गांव में अकेला रहता था और उसका आपराधिक इतिहास रहा है, जिसमें चोरी, हिंसा, संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, ट्रैफिक उल्लंघन और ड्रग्स का इस्तेमाल करने जैसे कई मामले दर्ज हैं। एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी न तो किसी आतंकवाद निगरानी सूची में था और न ही किसी चरमपंथी गतिविधि से जुड़ा हुआ था। जांचकर्ता यह भी पता लगा रहे हैं कि घटना के समय वह नशे में था या किसी मानसिक विकार की स्थिति में।
शुरूआत में ऐसी आशंकाएं थीं कि आरोपी गिलोट किसी आतंकवादी समूह से जुड़ा हो सकता है क्योंकि उसे "अल्लाहु अकबर" चिल्लाते हुए सुना गया था। फिलहाल इस बात का पता लगाया जा रहा है कि क्या आरोपी का इस्लाम से कोई संबंध है, क्या वो इस्लामिक कट्टरपंथी विचारधारा से जुड़ा हुआ है या फिर उसने मजहबी शब्दों का जिक्र हमले के समय क्यों किया? इसके अलावा हमले में घायल लोगों में 22 साल की एम्मा वल्लैन, जिसकी हालत गंभीर है, वो सांसद पास्कल मार्कोव्स्की की सहयोगी और नेशनल रैली (RN) पार्टी की कार्यकर्ता हैं। उन्हें हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाया गया, जहां वे कोमा में हैं। वहीं, नौ में से एक व्यक्ति को ICU में रखा गया है, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल और पांच स्थिर हैं।
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