नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास सोमवार को हुए बम धमाके में कई घरों के चिराग बुझा दिए तो कहीं किसी परिवार के सिर से बड़ों का साया छीन लिया। धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हो गए। एलएनजीपी अस्पताल में घायलों का इलाज चल रहा है। इस बीच कई व्यक्तियों के लापता होने की भी सूचना है। हादसे के बाद कई लोग घटनास्थल के आसपास अपने परिवार के किसी सदस्य को ढूंढते हुए नजर आए।
पूरी रात तलाश में भटकता रहा परिवार
ऐसे ही हादसे के बाद जुम्मन की तलाश में पूरा परिवार भटकता रहा। 'रात से परेशान हूं। मेरा भाई जुम्मन मिल नहीं रहा है, कहते-कहते बहन नजमा रोने लगती है। जुम्मन का परिवार एलएनजेपी की मॉर्चुरी के बाहर अपना दर्द बयां कर रहे थे। जुम्मन के चाचा इजलिस ने बताया कि जुम्मन शास्त्री पार्क में रहते हैं और ई-रिक्शा चलाते हैं।
सोमवार को हुई थी बात
जुम्मन की बहन ने बताया कि जुम्मन से सोमवार की शाम 5 बजे आखिरी बार बात हुई थी। उसने बताया था कि लाल किले की तरफ जा रहा है। जब हमने ब्लास्ट के बारे में सुना तो कॉल किया, लेकिन कॉल नहीं लग रहा था। उसकी गाड़ी का जीपीएस ऑन था, वह साढ़े नौ बजे तक ऑन था। तबसे ढूंढ रहे हैं। हमनें कई लोगों से भी पता किया लेकिन कुछ पता नहीं चला।
चांदनी चौक ब्लास्ट के बाद दिल्ली के जुम्मन लापता, दर-दर भटक रहा परिवारऐसे ही दूसरे मामले में अमर कटारिया रोजाना की तरह भागीरथ पैलेस में दवा की दुकान समेट कर घर लौटने वाले थे। परिवार वालों ने बताया कि घटना से पहले बेटे ने कॉल करके पूछा था, पापा कहां हो, निकल गए आप? बात पूरी हो नहीं पाई। दोबारा कॉल किया तो फोन लगा नहीं। बहू ने कॉल किया तो बेटे का कॉल किसी महिला ने उठाया।
ब्लास्ट की जगह मिला फोन
बेटे के बारे में पूछने पर महिला ने बताया कि लाल किले के पास ब्लास्ट हुआ है, यह फोन उन्हें वहीं मिला है। अगर फोन लेना है तो कश्मीरी गेट आ जाओ। परिवार के लोग रातभर उन्हें ढूंढते रहे लेकिन कोई पता नहीं चला। फिर सुबह पांच बजे एलएनजेपी की मॉर्चरी में कर्मचारी को बेटे की पहचान बताई तो पता चला कि बेटे की मौत हो चुकी है।
पूरी रात तलाश में भटकता रहा परिवार
ऐसे ही हादसे के बाद जुम्मन की तलाश में पूरा परिवार भटकता रहा। 'रात से परेशान हूं। मेरा भाई जुम्मन मिल नहीं रहा है, कहते-कहते बहन नजमा रोने लगती है। जुम्मन का परिवार एलएनजेपी की मॉर्चुरी के बाहर अपना दर्द बयां कर रहे थे। जुम्मन के चाचा इजलिस ने बताया कि जुम्मन शास्त्री पार्क में रहते हैं और ई-रिक्शा चलाते हैं।
सोमवार को हुई थी बात
जुम्मन की बहन ने बताया कि जुम्मन से सोमवार की शाम 5 बजे आखिरी बार बात हुई थी। उसने बताया था कि लाल किले की तरफ जा रहा है। जब हमने ब्लास्ट के बारे में सुना तो कॉल किया, लेकिन कॉल नहीं लग रहा था। उसकी गाड़ी का जीपीएस ऑन था, वह साढ़े नौ बजे तक ऑन था। तबसे ढूंढ रहे हैं। हमनें कई लोगों से भी पता किया लेकिन कुछ पता नहीं चला।
चांदनी चौक ब्लास्ट के बाद दिल्ली के जुम्मन लापता, दर-दर भटक रहा परिवारऐसे ही दूसरे मामले में अमर कटारिया रोजाना की तरह भागीरथ पैलेस में दवा की दुकान समेट कर घर लौटने वाले थे। परिवार वालों ने बताया कि घटना से पहले बेटे ने कॉल करके पूछा था, पापा कहां हो, निकल गए आप? बात पूरी हो नहीं पाई। दोबारा कॉल किया तो फोन लगा नहीं। बहू ने कॉल किया तो बेटे का कॉल किसी महिला ने उठाया।
ब्लास्ट की जगह मिला फोन
बेटे के बारे में पूछने पर महिला ने बताया कि लाल किले के पास ब्लास्ट हुआ है, यह फोन उन्हें वहीं मिला है। अगर फोन लेना है तो कश्मीरी गेट आ जाओ। परिवार के लोग रातभर उन्हें ढूंढते रहे लेकिन कोई पता नहीं चला। फिर सुबह पांच बजे एलएनजेपी की मॉर्चरी में कर्मचारी को बेटे की पहचान बताई तो पता चला कि बेटे की मौत हो चुकी है।
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