गुरुग्राम: दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण ब्लास्ट ने पूरे देश को दहला दिया है। इस विस्फोट में 9 लोगों की मौत हो चुकी है और कई अन्य घायल हुए हैं। अब जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि धमाके में इस्तेमाल हुई हरियाणा नंबर की i-20 कार (HR 26-CE 7674) का लिंक गुरुग्राम निवासी मोहम्मद सलमान से जुड़ा है। पुलिस ने सलमान को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। दिल्ली पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि विस्फोटक कार हरियाणा के गुरुग्राम RTO में रजिस्टर्ड थी। जब यह जानकारी सामने आई, तो हरियाणा पुलिस तुरंत हरकत में आई और गुरुग्राम के कई इलाकों में तलाशी अभियान चलाया गया। कार के पहले मालिक मोहम्मद सलमान को पुलिस ने पकड़ लिया।
कार का पहला मालिक कौन
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह i-20 कार पहले मोहम्मद सलमान के नाम पर थी, लेकिन उसने कुछ समय पहले यह कार सेकंड हैंड कंपनी के जरिए पुलवामा निवासी तारिक को बेच दी थी। इसके बाद कार का ट्रांसफर प्रक्रिया में कई गड़बड़ियां सामने आईं। बताया जा रहा है कि कार को फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके कई बार खरीदा-बेचा गया, जिससे जांच और अधिक जटिल हो गई है। वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पुलवामा से तारिक नामक व्यक्ति को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ में पता चला है कि विस्फोटक कार कई लोगों के हाथों से होकर गुजरी। सबसेपहले आमिर, फिर तारीक, और आखिर में उमर के पास कार पहुंची। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि कार को पहले फरीदाबाद की एक अवैध पार्किंग में खड़ा किया गया था, जहां इसका चालान भी काटा गया था।
सुरक्षा एजेंसियां कर रही जांच
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, इस बात की जांच की जा रही है कि कार में विस्फोटक कैसे रखा गया और इसे दिल्ली तक किसने पहुंचाया। प्रारंभिक शक यह जताया जा रहा है कि कार को व्हाइट कॉलर आतंकी मॉड्यूल के सदस्यों ने इस्तेमाल किया, जिसका पर्दाफाश हाल ही में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस ने किया था। घटना के बाद पूरे हरियाणा में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सार्वजनिक स्थानों, मॉल, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और दिल्ली बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत और झज्जर जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
कार का पहला मालिक कौन
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह i-20 कार पहले मोहम्मद सलमान के नाम पर थी, लेकिन उसने कुछ समय पहले यह कार सेकंड हैंड कंपनी के जरिए पुलवामा निवासी तारिक को बेच दी थी। इसके बाद कार का ट्रांसफर प्रक्रिया में कई गड़बड़ियां सामने आईं। बताया जा रहा है कि कार को फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके कई बार खरीदा-बेचा गया, जिससे जांच और अधिक जटिल हो गई है। वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पुलवामा से तारिक नामक व्यक्ति को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ में पता चला है कि विस्फोटक कार कई लोगों के हाथों से होकर गुजरी। सबसेपहले आमिर, फिर तारीक, और आखिर में उमर के पास कार पहुंची। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि कार को पहले फरीदाबाद की एक अवैध पार्किंग में खड़ा किया गया था, जहां इसका चालान भी काटा गया था।
सुरक्षा एजेंसियां कर रही जांच
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, इस बात की जांच की जा रही है कि कार में विस्फोटक कैसे रखा गया और इसे दिल्ली तक किसने पहुंचाया। प्रारंभिक शक यह जताया जा रहा है कि कार को व्हाइट कॉलर आतंकी मॉड्यूल के सदस्यों ने इस्तेमाल किया, जिसका पर्दाफाश हाल ही में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस ने किया था। घटना के बाद पूरे हरियाणा में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सार्वजनिक स्थानों, मॉल, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और दिल्ली बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत और झज्जर जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
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