अगली ख़बर
Newszop

विराट कोहली और रोहित शर्मा के पास बचा सिर्फ एक रास्ता, ऐसे हो सकती है वर्ल्ड कप टीम में एंट्री, अश्विन की खास सलाह

Send Push
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अनुभवी खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली के ODI क्रिकेट भविष्य को लेकर चल रही बहस पर अपनी राय दी है। अश्विन ने बीसीसीआई और चयन समिति के उस विजन का समर्थन किया है, जिसके तहत दोनों दिग्गजों को घरेलू टूर्नामेंटों में खेलकर अपनी गंभीरता साबित करनी होगी, यदि वे 2027 वर्ल्ड कप में खेलना चाहते हैं। अश्विन ने यह भी कहा कि इन दोनों को हाल ही में हुए इंडिया ए और ऑस्ट्रेलिया ए वाले मैच में खेलना चाहिए था। अश्विन ने ये बातें अपने यूट्यूब चैनल पर कहीं।

कप्तानी पर नहीं, भविष्य पर सवाल
अश्विन ने रोहित शर्मा की कप्तानी की तारीफ की है, जिन्होंने भारत को 2024 टी20 वर्ल्ड कप और 2025 चैंपियंस ट्रॉफी जिताई है। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि चयन समिति का ध्यान अब उन खिलाड़ियों पर है जो टीम इंडिया का भविष्य होंगे। अश्विन ने कहा कि 'रोहित की कप्तानी पर कोई बहस नहीं है। लेकिन सवाल यह है कि क्या वह 2027 विश्व कप के लिए सही दिशा हैं? चयन समिति और कोच यही सवाल पूछेंगे।'


उन्होंने चयनकर्ताओं के सामने मौजूद दो बड़े सवालों को उजागर किया। पहला कि क्या कोहली और रोहित हमारी 2027 वर्ल्ड कप योजनाओं में नहीं हैं? और दूसरा अगर उन्हें शामिल किया जाता है, तो क्या वे 2027 तक अपना फॉर्म बनाए रख सकते हैं? अश्विन ने सुझाव दिया कि इंडिया ए सीरीज या विजय हजारे ट्रॉफी जैसे घरेलू टूर्नामेंटों में खेलना दोनों खिलाड़ियों के लिए लय वापस पाने और फॉर्म दिखाने का अवसर हो सकता है।


अश्विन ने जोर देकर कहा, 'अगर आपको उनकी सेवाएं चाहिए, तो आपको रास्ता खोजना होगा... आपको उन्हें अवसर देना होगा। अगर सेलेक्टर्स या कोच ने आपसे कहा है कि मैं चाहता हूं कि आप यह सीरीज खेलें, चयन के लिए नहीं, बल्कि सिर्फ लय में आने के लिए। यह सिर्फ यह दिखाने के लिए है कि वे खेलने के लिए गंभीर हैं।'


चयनकर्ता नहीं करेंगे अनुभव की अनदेखी
अश्विन ने यह भी साफ किया कि चयनकर्ता रोहित या विराट के अनुभव को हल्के में नहीं लेंगे। उनका मानना है कि किसी भी चयनकर्ता या कोच में यह कहने का साहस नहीं होगा कि अब इन दिग्गजों की सेवाएं आवश्यक नहीं हैं। अंत में अश्विन की राय एकदम ठीक लगती है। यह तरीका यह पक्का करता है कि हम सीनियर खिलाड़ियों का सम्मान भी करें और साथ ही भारत के वर्ल्ड कप की योजना को भी सही रास्ते पर बनाए रखें। खिलाड़ियों का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन यह बताने का मुख्य संकेत होगा कि वे कितने गंभीर हैं और उनकी फॉर्म कैसी चल रही है।

You may also like

न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें