नई दिल्ली: फिच रेटिंग्स ने भारत की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर दी है। एजेंसी ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर 6.9% कर दिया है। पहले यह अनुमान 6.5% था। फिच ने यह बदलाव जून तिमाही में हुई अच्छी बढ़ोतरी और देश में मांग बढ़ने के कारण किया है। ऐसा करने वाली यह पहली ग्लोबल रेटिंग एजेंसी है। यह ऐसे समय हुआ है जब अमेरिका से तनाव के बीच भारत की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय सामानों पर अपने यहां टैरिफ बढ़ाकर 50% कर दिया है। भारत की रफ्तार पर तो अब तक इसका कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है। यह और बात है कि अमेरिका के मंदी में जाने की खबरें जरूर आने लगी हैं। ट्रंप ने हाल में भारत को 'डेड इकॉनमी' कहकर भी निशाना साधा था। फिच के अनुमानों में यह बढ़ोतरी उन्हें करारा जवाब है।
इसके पहले हाल में S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को 'BBB-' से बढ़ाकर 'BBB' कर दिया था। यह लगभग 18 सालों के बाद भारत की रेटिंग में पहला सुधार था। फिच रेटिंग्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। इस साल की शुरुआत में जनवरी से मार्च के बीच जीडीपी वृद्धि दर 7.4% थी। अप्रैल से जून के बीच यह बढ़कर 7.8% हो गई। यह उनकी पिछली भविष्यवाणी से काफी बेहतर है। जून में उन्होंने 6.7% की ग्रोथ का अनुमान लगाया था।
पूरे वित्त वर्ष के लिए बढ़ाया अनुमान
फिच रेटिंग्स ने आगे कहा कि अप्रैल-जून के नतीजों को देखते हुए उसने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए अपना अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.9% कर दिया है। यह वित्त वर्ष मार्च 2026 में खत्म होगा। फिच रेटिंग्स का मानना है कि भारत में घरेलू मांग बढ़ने से अर्थव्यवस्था को फायदा होगा। लोगों की आमदनी बढ़ रही है। इससे वे ज्यादा खर्च कर रहे हैं। साथ ही, कंपनियां भी निवेश कर रही हैं।
हालांकि, फिच रेटिंग्स का यह भी कहना है कि वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में ग्रोथ की रफ्तार थोड़ी धीमी हो जाएगी। इसलिए, उसका अनुमान है कि अगले वित्त वर्ष 2026-27 में वृद्धि दर 6.3% रहेगी। उसका मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अभी अपनी पूरी क्षमता से थोड़ा ऊपर चल रही है। इसलिए 2027-28 में ग्रोथ रेट घटकर 6.2% रह जाएगा।
RBI, IMF, ADB... किसका कितना है अनुमान?
वित्त मंत्रालय की आर्थिक समीक्षा के अनुसार, इस वित्त वर्ष में भारत की ग्रोथ 6.3% से 6.8% के बीच रहेगी। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), एशियाई विकास बैंक (ADB) और एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने अनुमान लगाया है कि वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की जीडीपी दर 6.5% रहने का अनुमान है। मूडीज रेटिंग्स का अनुमान है कि 2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.3% की दर से बढ़ेगी। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) और विश्व बैंक का अनुमान है कि जीडीपी ग्रोथ 6.4% और 6.3% रहेगी।
फिच रेटिंग्स का मानना है कि इस साल मानसून अच्छा रहेगा और अनाज का भंडार भी भरा हुआ है। ऐसे में खाद्य पदार्थों की कीमतें ज्यादा नहीं बढ़ेंगी। उसका अनुमान है कि 2025 के अंत तक महंगाई दर सिर्फ 3.2% और 2026 के अंत तक 4.1% तक ही बढ़ेगी।
फिच रेटिंग्स ने यह भी कहा है कि उसे उम्मीद है कि आरबीआई इस साल के अंत तक रेपो दर में 0.25% की कटौती करेगा। रेपो दर 2026 के अंत तक इसी स्तर पर रहेगी। उसका मानना है कि आरबीआई 2027 में दरें बढ़ाना शुरू कर देगा।
इसके पहले हाल में S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को 'BBB-' से बढ़ाकर 'BBB' कर दिया था। यह लगभग 18 सालों के बाद भारत की रेटिंग में पहला सुधार था। फिच रेटिंग्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। इस साल की शुरुआत में जनवरी से मार्च के बीच जीडीपी वृद्धि दर 7.4% थी। अप्रैल से जून के बीच यह बढ़कर 7.8% हो गई। यह उनकी पिछली भविष्यवाणी से काफी बेहतर है। जून में उन्होंने 6.7% की ग्रोथ का अनुमान लगाया था।
पूरे वित्त वर्ष के लिए बढ़ाया अनुमान
फिच रेटिंग्स ने आगे कहा कि अप्रैल-जून के नतीजों को देखते हुए उसने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए अपना अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.9% कर दिया है। यह वित्त वर्ष मार्च 2026 में खत्म होगा। फिच रेटिंग्स का मानना है कि भारत में घरेलू मांग बढ़ने से अर्थव्यवस्था को फायदा होगा। लोगों की आमदनी बढ़ रही है। इससे वे ज्यादा खर्च कर रहे हैं। साथ ही, कंपनियां भी निवेश कर रही हैं।
हालांकि, फिच रेटिंग्स का यह भी कहना है कि वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में ग्रोथ की रफ्तार थोड़ी धीमी हो जाएगी। इसलिए, उसका अनुमान है कि अगले वित्त वर्ष 2026-27 में वृद्धि दर 6.3% रहेगी। उसका मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अभी अपनी पूरी क्षमता से थोड़ा ऊपर चल रही है। इसलिए 2027-28 में ग्रोथ रेट घटकर 6.2% रह जाएगा।
RBI, IMF, ADB... किसका कितना है अनुमान?
वित्त मंत्रालय की आर्थिक समीक्षा के अनुसार, इस वित्त वर्ष में भारत की ग्रोथ 6.3% से 6.8% के बीच रहेगी। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), एशियाई विकास बैंक (ADB) और एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने अनुमान लगाया है कि वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की जीडीपी दर 6.5% रहने का अनुमान है। मूडीज रेटिंग्स का अनुमान है कि 2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.3% की दर से बढ़ेगी। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) और विश्व बैंक का अनुमान है कि जीडीपी ग्रोथ 6.4% और 6.3% रहेगी।
फिच रेटिंग्स का मानना है कि इस साल मानसून अच्छा रहेगा और अनाज का भंडार भी भरा हुआ है। ऐसे में खाद्य पदार्थों की कीमतें ज्यादा नहीं बढ़ेंगी। उसका अनुमान है कि 2025 के अंत तक महंगाई दर सिर्फ 3.2% और 2026 के अंत तक 4.1% तक ही बढ़ेगी।
फिच रेटिंग्स ने यह भी कहा है कि उसे उम्मीद है कि आरबीआई इस साल के अंत तक रेपो दर में 0.25% की कटौती करेगा। रेपो दर 2026 के अंत तक इसी स्तर पर रहेगी। उसका मानना है कि आरबीआई 2027 में दरें बढ़ाना शुरू कर देगा।
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