लखनऊ: देश की राजधानी दिल्ली में छठ पर्व से पहले यमुना नदी की सफाई को लेकर शुरू हुआ केमिकल विवाद अब राजनीतिक रंग ले चुका है। उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दिल्ली सरकार की ओर से यमुना से झाग हटाने के लिए डी-फोमर केमिकल के उपयोग पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों की जांच न किए जाने से लेकर गंगा-यमुना के प्रदूषण तक का मुद्दा छेड़ा। मामले को लेकर उन्होंने सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी को घेरा है।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी करते हुए कहा कि दिल्ली में यमुना नदी के प्रदूषण को दूर करने के लिए, मनुष्य के शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव की जांच किए बिना डाले गए केमिकल के बारे में इस गंभीर रिपोर्ट का तुरंत संज्ञान लिया जाए। छठ पर्व से पहले यह एक अति संवेदनशील विषय है। दरअसल, छठ से पहले गंगा नदी में झाग जैसी स्थिति बनती दिख रही है। यह मानव शरीर के लिए हानिकारक है। ऐसे में इसे नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है।
दिल्ली से यूपी तक को जोड़ासमाजवादी पार्टी अध्यक्ष ने आगे कहा कि यमुना जी मथुरा होते हुए प्रयागराज तक जाती हैं। गंगा नदी में यमुना का संगम होता हैं। ऐसे में यमुना का प्रदूषण केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रहता, बल्कि गंगा के जल को भी दूषित करता है। अखिलेश ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के कारण भाजपा सरकार यमुना और गंगा को अविरल और निर्मल रखने में पूरी तरह विफल रही है। सरकार को कम से कम इन्हें और अधिक प्रदूषित तो नहीं करना चाहिए।
स्वच्छता पर उठाए सवालसपा मुखिया ने यह भी पूछा कि नदियों की स्वच्छता के लिए जो अरबों रुपये खर्च किए गए, उनका क्या हुआ। उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की गहन जांच होनी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। अखिलेश ने कहा कि भारत में नदियां सिर्फ जलधारा नहीं हैं, बल्कि आस्था और भावनाओं का प्रतीक हैं। उनके साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है।
दिल्ली में क्या हो रहा है?दिल्ली सरकार ने छठ पूजा से पहले यमुना नदी में जमा झाग को खत्म करने के लिए डी-फोमर कंसंट्रेट केमिकल का छिड़काव शुरू किया है। यह कदम हर साल छठ पर्व से पहले झाग की समस्या को देखते हुए उठाया जाता है। हालांकि, इस बार इस केमिकल के उपयोग को लेकर राजनीतिक घमासान मच गया है। आप विधायक संजीव झा ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा पहले इसी केमिकल को जहरीला बता रहे थे, तो अब इसका उपयोग क्यों किया जा रहा है?
आप विधायक ने सवाल किया कि अगर यह जहर है तो अब क्यों डाला जा रहा है? और अगर यह जहर नहीं है, तो पहले जनता को गुमराह क्यों किया गया? दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बयान जारी कर सफाई दी कि उपयोग किया जा रहा केमिकल पूरी तरह प्रमाणित और पर्यावरण के अनुकूल है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य श्रद्धालुओं को स्वच्छ और झाग-मुक्त यमुना उपलब्ध कराना है ताकि छठ पूजा श्रद्धा और सुरक्षा के साथ संपन्न हो सके।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी करते हुए कहा कि दिल्ली में यमुना नदी के प्रदूषण को दूर करने के लिए, मनुष्य के शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव की जांच किए बिना डाले गए केमिकल के बारे में इस गंभीर रिपोर्ट का तुरंत संज्ञान लिया जाए। छठ पर्व से पहले यह एक अति संवेदनशील विषय है। दरअसल, छठ से पहले गंगा नदी में झाग जैसी स्थिति बनती दिख रही है। यह मानव शरीर के लिए हानिकारक है। ऐसे में इसे नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है।
दिल्ली से यूपी तक को जोड़ासमाजवादी पार्टी अध्यक्ष ने आगे कहा कि यमुना जी मथुरा होते हुए प्रयागराज तक जाती हैं। गंगा नदी में यमुना का संगम होता हैं। ऐसे में यमुना का प्रदूषण केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रहता, बल्कि गंगा के जल को भी दूषित करता है। अखिलेश ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के कारण भाजपा सरकार यमुना और गंगा को अविरल और निर्मल रखने में पूरी तरह विफल रही है। सरकार को कम से कम इन्हें और अधिक प्रदूषित तो नहीं करना चाहिए।
स्वच्छता पर उठाए सवालसपा मुखिया ने यह भी पूछा कि नदियों की स्वच्छता के लिए जो अरबों रुपये खर्च किए गए, उनका क्या हुआ। उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की गहन जांच होनी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। अखिलेश ने कहा कि भारत में नदियां सिर्फ जलधारा नहीं हैं, बल्कि आस्था और भावनाओं का प्रतीक हैं। उनके साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है।
दिल्ली में क्या हो रहा है?दिल्ली सरकार ने छठ पूजा से पहले यमुना नदी में जमा झाग को खत्म करने के लिए डी-फोमर कंसंट्रेट केमिकल का छिड़काव शुरू किया है। यह कदम हर साल छठ पर्व से पहले झाग की समस्या को देखते हुए उठाया जाता है। हालांकि, इस बार इस केमिकल के उपयोग को लेकर राजनीतिक घमासान मच गया है। आप विधायक संजीव झा ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा पहले इसी केमिकल को जहरीला बता रहे थे, तो अब इसका उपयोग क्यों किया जा रहा है?
आप विधायक ने सवाल किया कि अगर यह जहर है तो अब क्यों डाला जा रहा है? और अगर यह जहर नहीं है, तो पहले जनता को गुमराह क्यों किया गया? दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बयान जारी कर सफाई दी कि उपयोग किया जा रहा केमिकल पूरी तरह प्रमाणित और पर्यावरण के अनुकूल है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य श्रद्धालुओं को स्वच्छ और झाग-मुक्त यमुना उपलब्ध कराना है ताकि छठ पूजा श्रद्धा और सुरक्षा के साथ संपन्न हो सके।
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