बीकानेर : राजस्थान के बीकानेर जिले में भगवान शिव के सबसे प्रिय सावन महीने में यहां के श्रद्धालुओं की अनूठी शिव भक्ति देखने को मिली।।इस दौरान बीकानेर के श्रद्धालुओं का एक दल करीब 1000 किलोमीटर पैदल यात्रा कर गंगोत्री धाम से गंगाजल कावड़ में लेकर बीकानेर पहुंच, जहां भगवान शिव का अभिषेक किया गया। इस दौरान इन श्रद्धालुओं की अनोखी भक्ति को देखकर बीकानेर के लोगों ने नमन करते हुए भव्य स्वागत किया।
1000 किलोमीटर का सफर तय कर पहुंचे बीकानेरबीकानेर के उपनगर श्री रामसर और सूंज देसर के करीब 45 श्रद्धालुओं का दल भगवान शिव के अभिषेक के लिए गंगोत्री धाम पहुंचा, जहां गंगाजल लेकर करीब 1000 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए बीकानेर पहुंचा। इस दौरान गंगोत्री धाम से रवाना हुई जल डाक कावड़ यात्रा बीकानेर पहुंची, तो लोगों ने भव्य स्वागत किया और उनके शिव भक्ति को देखकर आश्चर्य चकित हो गए। यहां पहुंचने पर कांवड़ यात्रियों ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया।
5 दिन में तय किया 1000 किलोमीटर का सफरगंगोत्री धाम से रवाना होने वाले 45 श्रद्धालुओं का दल 23 जून को गंगोत्री से गंगाजल डाक कावड़ यात्रा के माध्यम से रवाना हुआ। इस दौरान श्रद्धालु बिना रुके दिन रात पैदल चलते रहे। इस बीच कांवड़िये ने 5 दिन में प्रतिदिन ढाई सौ किलोमीटर का सफर तय करते थे। इसके चलते कावड़ यात्री 28 जुलाई को बीकानेर पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान शिव का अभिषेक किया। इससे पहले कावड़ यात्रा का बीकानेर में पहुंचने पर जगह-जगह स्वागत किया गया। उत्साह और उमंग दिखाया गया।
1000 किलोमीटर का सफर तय कर पहुंचे बीकानेरबीकानेर के उपनगर श्री रामसर और सूंज देसर के करीब 45 श्रद्धालुओं का दल भगवान शिव के अभिषेक के लिए गंगोत्री धाम पहुंचा, जहां गंगाजल लेकर करीब 1000 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए बीकानेर पहुंचा। इस दौरान गंगोत्री धाम से रवाना हुई जल डाक कावड़ यात्रा बीकानेर पहुंची, तो लोगों ने भव्य स्वागत किया और उनके शिव भक्ति को देखकर आश्चर्य चकित हो गए। यहां पहुंचने पर कांवड़ यात्रियों ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया।
5 दिन में तय किया 1000 किलोमीटर का सफरगंगोत्री धाम से रवाना होने वाले 45 श्रद्धालुओं का दल 23 जून को गंगोत्री से गंगाजल डाक कावड़ यात्रा के माध्यम से रवाना हुआ। इस दौरान श्रद्धालु बिना रुके दिन रात पैदल चलते रहे। इस बीच कांवड़िये ने 5 दिन में प्रतिदिन ढाई सौ किलोमीटर का सफर तय करते थे। इसके चलते कावड़ यात्री 28 जुलाई को बीकानेर पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान शिव का अभिषेक किया। इससे पहले कावड़ यात्रा का बीकानेर में पहुंचने पर जगह-जगह स्वागत किया गया। उत्साह और उमंग दिखाया गया।
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