नीमचः मध्य प्रदेश के नीमच जिले में शनिवार को पुलिस को बड़ी सफलता मिली। यहां के एसपी ने इंटरनेशनल ठग गिरोह का पर्दाफाश किया। बघाना पुलिस ने गिरोह के 9 सदस्यों को गिरफ्तार किया। इनमें एक आरोपी नीमच शहर का है। अन्य आरोपी जोधपुर और जयपुर के निवासी है। इस गैंग का मुख्य सरगना जयपुर का रहने वाला है जो दुबई में बैठकर पूरी गैंग को ऑपरेट करता था। पुलिस जल्द ही मुख्य सरगना पर शिकंजा सकेगी। आरोपियों ने सिर्फ 1 माह में ही विभिन्न बैंक खातों में 4 करोड़ का ट्रांजेक्शन कर दिया। नीमच पुलिस ने टेलीग्राम के जरिए कम समय में अधिक मुनाफा देने वाली और लोगों के फर्जी बैंक खाते खोलकर धोखाधड़ी करने वाली अंतर्राष्ट्रीय गैंग का पर्दाफाश करते हुए 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। नीमच एसपी अंकित जायसवाल ने शनिवार को आरोपियों को मीडिया के समक्ष पेश कर मामले का खुलासा किया। एक महीने में ही 4 करोड़ का ट्रांजेक्शनएसपी जायसवाल ने बताया कि आरोपियों ने सिर्फ 1 माह में कई बैंक खातों में 4 करोड़ का ट्रांजेक्शन किया। करीब 150 खातों की जानकारी सामने आई है। अभी जांच जारी है। इसके अलावा भी कई ट्रांजेक्शन होने की संभावना जताई। 4 करोड़ रुपए ट्रांजेक्शन का आंकड़ा बढ़ सकता है। गैंग का मुख्य सरगना दुबई में बैठकर पूरी गैंग को ऑपरेट करता था। जल्द ही मुख्य सरगना को गिरफ्तार करने की बात भी कही। फर्जी बैंक खुलवाकर करते थे ठगीआरोपी फारेक्स मनी एक्सचेंज की आड़ में इस पूरे फर्जीवाड़े के खेल को चला रहे थे। गिरोह में जयपुर व जोधपुर के 8 आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि नीमच के नीमच सिटी के सरदार मोहल्ले से निखिल राव को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने नीमच जिले में इंवेस्टमेंट के नाम पर फर्जी बैंक खाते खोलकर कई लोगों के साथ फ्रॉड किया। इस संबंध बघाना पुलिस को शिकायत मिली थी। जिसकी जांच में इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। फिलहाल गिरोह के उपयोग में लाए गए बैंक खातों की जांच जारी है। फरियादी ने यह शिकायत कीएसपी अंकित जायसवाल ने बताया कि बघाना निवासी पीयूश पिता संतोष कुमार पथरोड़ ने थाने पर आवेदन दिया कि करीब 2-3 महीने पहले नीमच सिटी, सरदार मोहल्ला के रहने परिचित निखिल राव तथा जयपुर के शुभम पीड़ित के घर आए। निखिल राव जो फरियादी पीयूष का अच्छा मित्र है। निखिल ने बताया कि उसकी बैंक में सिविल खराब है। नया व्यवसाय शुरु करना है। एक नई फर्म बनाई है। उसके लिए बैंक खाते की जरूरत है। बैंक से छोटा-मोटा लोन लेकर अन्य लेन-देन करने के लिए खाते की जरूरत है। आरोपी ने फरियादी के नाम से बैंक में खाता खुलवाकर उसकी पासबुक, एटीएम तथा उस खाते से लिंक किए गए मोबाइल नंबर की सिम देने को कहा। झांसे में लेकर खुलवाया खातापियूष ने अपने नाम से यूको बैंक नीमच में खाता खुलवाया। बैंक से मिली किट, जिसमें एटीएम, पासबुक तथा खाते खुलवाने के लिए जो नई सिम कार्ड ली वह सभी आरोपी निखिल व शुभम को दे दी। फरियादी ने बताया कि कुछ दिन पहले उसके बैंक खाते को किसी एजेंसी ने होल्ड अथवा लीन लगा दिया। तब उसे जानकारी मिली कि आरोपी निखिल व शुभम ने उसके खाते में अवैध रुपयों का लेनदेन किया। बैंक से जानकारी मिली कि उसके खाते में अवैध रूप से रुपयों का लेनदेन हुआ है। इस तरह निखिल राव व शुभम की मदद से फरियादी को विश्वास में लिया। उससे झूठ बोलकर धोखा देने के उद्देश्य से उसके खाते में अवैध लेनदेन किया। पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर धोखाधड़ी, आईटी एक्ट सहित विभिन्न गंभीर धाराओं में आरोपी पर मामला दर्ज किया। जांच में हुआ खुलासापुलिस ने फरियादी की शिकायत पर जांच शुरु की। पुलिस टीम ने मुखबिर, सूचना तंत्र तथा तकनीकी साक्ष्य का विश्लेषण किया। इसके आधार पर 24 अक्टूबर को जोधपुर निवासी मनीष विश्नोई तथा जयपुर निवासी शुभम भट्ट को संदेह के आधार पर पकड़ा। उनसे पूछताछ की। तब शुभम भट्ट ने नीमच निवासी निखिल राव, गजराज सिंह व अन्य लोगों का नाम उगाला। दोनों आरोपियों ने बताया कि कमीशन तथा कुछ राशि का लालच देकर लोगों के नाम पर विभिन्न बैंकों में बैंक खाते खुलवाकर बैंक किट पासबुक, चेकबुक सहित खाते में पंजीकृत मोबाइल नंबर की सिम को जोधपुरनिवासी मनीष विश्नोई देते थे। ये आरोपी गिरफ्तारनीमच पुलिस ने मामले में अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें मनीष (21) पिता पुनाराम विश्नोई जोधपुर, शुभम् (30) पिता मधुसूदन भट्ट जयपुर, तरूण उर्फ कालू (21) पिता मुकेश व्यास जोधपुर, भूपेंद्रसिंह (21) पिता मुल्तानसिंह राजपूत जोधपुर, विनोद (20) पिता सुखराम विश्नोई फलोदी राजस्थान, मुकेश (25) पिता देवाराम विश्नोई जोधपुर, सुंदर उर्फ सुरेंद्र (19) पिता अरविंद विश्नोई जोधपुर तथा नीमच सिटी निवासी निखिल राव पिता गोपाल राव भोसले व एक नाबालिग को गिरफ्तार किया। जबकि इस मामले में गैंग का मुख्य सरगना सत्यप्रकाश शर्मा सहित 8 से 9 आरोपी फरार है। यह सामग्री जब्तपुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 11 लाख 18 हजार 610 रुपए नगद सहित विभिन्न बैंकों के 44 एटीएम कार्ड, 10 चेकबुक, 12 पासबुक, 3 सीपीयू, 1 लेपटॉप, 28 मोबाइल, 2 एटीएम स्वीप मशीन, 8 सिम कार्ड के साथ विभिन्न बैंकों की एटीएम डिसपेंसर नगदी जमा डिस्प्ले बरामद किए हैं।
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