नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। सुबह और शाम के समय सड़कों पर प्रदूषण साफ देखा जा सकता है। दिल्ली के खराब मौसम का असर स्कूलों में दिखने लगा है। स्कूलों में कई स्टूडेंट्स सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन की शिकायतों के साथ पहुंच रहे हैं।
कई स्कूलों ने बंद की आउटडोर एक्टिविटी
राजधानी के कई स्कूलों ने आउटडोर एक्टिविटी बंद कर दी है और कई बंद करने की तैयारी में हैं। स्कूलों का कहना है कि अटेंडेंस अभी ठीक है मगर कुछ स्टूडेंट्स प्रदूषण की वजह से बीच-बीच में नहीं आ रहे हैं। कुछ स्कूलों ने सुबह की असेंबली बंद और बाहर खेल-कूद भी बंद कर दिए है।
गाइडलाइंस का कर रहे इंतजार
सरकारी स्कूलों का कहना है कि अभी हवा की स्थिति और खराब होती है तो आउटडोर एक्टिविटी बंद करने को लेकर फैसला लेंगे। ये स्कूल शिक्षा निदेशालय की गाइडलाइंस का इंतजार करेंगे। पिछले कुछ साल प्रदूषण की वजह से स्टूडेंट्स के लिए स्कूल या तो हाइब्रिड मोड में करने पड़े या फिर छुट्टी ही करनी पड़ी है।
अभिभावकों ने की ये मांग
AQI 400 पर जाता है, तो GRAP 3 लागू होगा, जिसके साथ स्कूलों को हाइब्रिड मोड पर ले जाना होगा। मगर पैरंट्स का कहना है कि स्मॉग की वजह से कई बच्चे बीमार हो रहे हैं, ऐसे में हाइब्रिड मोड का ऑप्शन देना ही चाहिए। दिल्ली पैरंट्स असोसिएशन की प्रेजिडेंट अपराजिता गौतम का कहना है कि आंकड़ों में चाहे एयर क्वॉलिटी इंडेक्स बहुत खराब श्रेणी में नहीं दिख रहा है, हमें डॉक्टर्स से पूछना चाहिए कि कितने बच्चे मरीज आ रहे हैं।
कई स्कूलों ने बंद की आउटडोर एक्टिविटी
राजधानी के कई स्कूलों ने आउटडोर एक्टिविटी बंद कर दी है और कई बंद करने की तैयारी में हैं। स्कूलों का कहना है कि अटेंडेंस अभी ठीक है मगर कुछ स्टूडेंट्स प्रदूषण की वजह से बीच-बीच में नहीं आ रहे हैं। कुछ स्कूलों ने सुबह की असेंबली बंद और बाहर खेल-कूद भी बंद कर दिए है।
गाइडलाइंस का कर रहे इंतजार
सरकारी स्कूलों का कहना है कि अभी हवा की स्थिति और खराब होती है तो आउटडोर एक्टिविटी बंद करने को लेकर फैसला लेंगे। ये स्कूल शिक्षा निदेशालय की गाइडलाइंस का इंतजार करेंगे। पिछले कुछ साल प्रदूषण की वजह से स्टूडेंट्स के लिए स्कूल या तो हाइब्रिड मोड में करने पड़े या फिर छुट्टी ही करनी पड़ी है।
अभिभावकों ने की ये मांग
AQI 400 पर जाता है, तो GRAP 3 लागू होगा, जिसके साथ स्कूलों को हाइब्रिड मोड पर ले जाना होगा। मगर पैरंट्स का कहना है कि स्मॉग की वजह से कई बच्चे बीमार हो रहे हैं, ऐसे में हाइब्रिड मोड का ऑप्शन देना ही चाहिए। दिल्ली पैरंट्स असोसिएशन की प्रेजिडेंट अपराजिता गौतम का कहना है कि आंकड़ों में चाहे एयर क्वॉलिटी इंडेक्स बहुत खराब श्रेणी में नहीं दिख रहा है, हमें डॉक्टर्स से पूछना चाहिए कि कितने बच्चे मरीज आ रहे हैं।
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