आपने कई ऐसे लोगों को देखा होगा जो बात-बात पर पेन किलर्स खा लेते हैं। थोड़ा सा दर्द शुरू नहीं हुआ कि उनका फर्स्ट एड बॉक्स खुल जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं ये आपके स्वास्थ्य के लिए कितने खतरनाक माने जाते हैं। पेनकिलर्स के साइड इफेक्ट्स पर अब तक कई रिसर्च भी सामने आ चुके हैं।
इन स्टडी में बताया गया है कि अक्सर पेनकिलर्स दवाइयां लेने से लिवर, किडनी, और दिल जैसे ऑर्गन्स पर बुरा असर पड़ता है। लेकिन इन दवाइयों के नुकसान केवल यहीं तक सीमित नहीं हैं बल्कि इससे महिलाओं में इनफर्टिलिटी का खतरा भी बढ़ जाता है।
जी हां, अगर आप पीरियड्स क्रैम्प्स और दर्द को खत्म करने के लिए पेनकिलर्स लेती हैं तो इससे इनफर्टिलिटी का जोखिम बढ़ जाता है। हेल्थ कोच Dimple Jangda ने एक पोडकास्ट में इसके संभावित नुकसानों के बारे में लोगों को जागरूक किया है। आइए जानते हैं पेन किलर्स कितने खतरनाक हैं।
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पीरियड्स में नहीं खाने चाहिए पेन किलर्स

ज्यादातर लोग यही सोचते हैं कि पीरियड्स क्रैम्प्स से छुटकारा पाने का एकमात्र तरीका पेनकिलर लेना ही होता है। ऐसी कई महिलाएं होती हैं जो पीरियड आने पर लगभग हर बार दर्द निवारक दवाइयों का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन ऐसा करना आपके हेल्थ के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
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दिल को पहुंचता है नुकसान
डिम्पल जांगडा ने बताया,इबुप्रोफेन और इससे मिलती-जुलती दवाओं का नियमित इस्तेमाल दिल की बीमारियों का खतरा करीब 20% तक बढ़ा सकता है।
प्रजनन क्षमता होती है प्रभावित

साथ ही ये दवाइयां आपको इनफर्टिलिटी का भी शिकार बना सकती हैं। जी हां,इन दवाइयों का नियमित सेवन करने से फर्टिलिटी (प्रजनन क्षमता) और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।
दर्द के सिग्नल्स को कर देती हैं ब्लॉक

ये दवाइयां असली समस्या को ठीक नहीं करतीं बल्कि ये नर्वस सिस्टम को नष्ट कर देती हैं जो शरीर के उस हिस्से से दर्द का संदेश मस्तिष्क तक पहुंचाता है। आप यूं समझिए कि आप गर्भाशय (यूटरस) और दिमाग के बीच की बातचीत और संदेश को काट रहे हैं— यानी आप अपने शरीर को ट्रिक कर रहे हैं कि कोई दर्द नहीं हो रहा है।
पेनकिलर खाना नहीं है समस्या का समाधान

आप भले ही अपने शरीर को धोखा दे दें कि पेन नहीं हो रहा है,लेकिन दर्द तो हो ही रहा है और यह असल में शरीर की तरफ से आने वाला एक संदेश है,जो बताता है कि इस हिस्से में किसी कमी या स्वास्थ्य समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है। ऐसे में जब आप दर्द का कारण,कमी,बीमारी या ट्रिगर को ठीक करने की बजाय,उसे दबा देते हैं तो इससे आप समस्या का हल नहीं कर रहे,बल्कि उसे छिपा रहे हैं।
नुकसान से बचने के लिए क्या करें?
अगर आपको पेन किलर के नुकसानों से बचना है तो ये सोचना बंद करना होगा कि "जल्दी राहत ही समाधान है,"और इसकी जगह दीर्घकालिक उपचार पर ध्यान देना शुरू करना होगा।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता,सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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