बड़वानी: मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में तेंदुए का आतंक देखने को मिला है। राजपुर सब डिवीजन के लिंबई क्षेत्र में शनिवार शाम को तेंदुए ने एक 8 साल की बच्ची पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। को मार डाला। बताया जा रहा है कि 35 दिनों के भीतर तेंदुए के हमले से यह दूसरी मौत है।
बड़वानी के डीएफओ आशीष बंसोड़ ने बताया कि लिंबई के किरता फलिया में शाम करीब 7 बजे एक तेंदुआ 8 साल की गीता को उसकी मां के सामने एक खेत से घसीट ले गया। ग्रामीणों ने उसका पीछा किया, तो उसने बच्ची को छोड़ दिया और भाग गया। उन्होंने बताया कि बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बच्ची के गर्दन पर किया था हमला
डीएफओ ने कहा कि मैंने वन कर्मचारियों को रात में गश्त करने के अलावा पिंजरे और ट्रैप कैमरे लगाने को कहा है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा एक बचाव दल को भी बुलाया जा रहा है। यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि ग्रामीण रात में अपने घरों से बाहर न निकलें। राजपुर विकासखंड चिकित्सा अधिकारी देवेंद्र रोमड़े ने बताया कि तेंदुए ने गीता की गर्दन पर दोनों तरफ से हमला किया जिसके चलते उसे गंभीर चोटें आईं।
बड़वानी जिले के राजपुर क्षेत्र के इंदलपुर गांव, जो लिंबई से लगभग 4 किलोमीटर दूर है वहां भी एक तेंदुए के हमले में एक 8 वर्षीय लड़के की मौत हो गई थी। 1 सितंबर को भी इंदलपुर गांव में एक 35 वर्षीय महिला पर तेंदुए ने हमला कर उसे घायल कर दिया था। इन घटनाओं के बाद खंडवा और इंदौर से टीमें बुलाई गईं, लेकिन तेंदुए को न तो पकड़ा जा सका और न ही उसे बेहोश किया जा सका।
मई में हुई थी 6 मौतें
मई महीने में राजपुर उपखंड क्षेत्र में सियार के हमले में 40 से 70 वर्ष की आयु के छह ग्रामीणों (चार पुरुष और दो पुरुष) की मौत हो गई थी। शनिवार की घटना से ग्रामीणों में भय के साथ-साथ रोष भी व्याप्त है।
बड़वानी के डीएफओ आशीष बंसोड़ ने बताया कि लिंबई के किरता फलिया में शाम करीब 7 बजे एक तेंदुआ 8 साल की गीता को उसकी मां के सामने एक खेत से घसीट ले गया। ग्रामीणों ने उसका पीछा किया, तो उसने बच्ची को छोड़ दिया और भाग गया। उन्होंने बताया कि बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बच्ची के गर्दन पर किया था हमला
डीएफओ ने कहा कि मैंने वन कर्मचारियों को रात में गश्त करने के अलावा पिंजरे और ट्रैप कैमरे लगाने को कहा है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा एक बचाव दल को भी बुलाया जा रहा है। यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि ग्रामीण रात में अपने घरों से बाहर न निकलें। राजपुर विकासखंड चिकित्सा अधिकारी देवेंद्र रोमड़े ने बताया कि तेंदुए ने गीता की गर्दन पर दोनों तरफ से हमला किया जिसके चलते उसे गंभीर चोटें आईं।
बड़वानी जिले के राजपुर क्षेत्र के इंदलपुर गांव, जो लिंबई से लगभग 4 किलोमीटर दूर है वहां भी एक तेंदुए के हमले में एक 8 वर्षीय लड़के की मौत हो गई थी। 1 सितंबर को भी इंदलपुर गांव में एक 35 वर्षीय महिला पर तेंदुए ने हमला कर उसे घायल कर दिया था। इन घटनाओं के बाद खंडवा और इंदौर से टीमें बुलाई गईं, लेकिन तेंदुए को न तो पकड़ा जा सका और न ही उसे बेहोश किया जा सका।
मई में हुई थी 6 मौतें
मई महीने में राजपुर उपखंड क्षेत्र में सियार के हमले में 40 से 70 वर्ष की आयु के छह ग्रामीणों (चार पुरुष और दो पुरुष) की मौत हो गई थी। शनिवार की घटना से ग्रामीणों में भय के साथ-साथ रोष भी व्याप्त है।
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