पटना: बीजेपी की विधायक भावना बोहरा ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के वादों पर तंज कसते हुए कहा कि उनके वादे ऐसे लगते हैं जैसे वे रात में सपने देखते हैं और सुबह मीडिया को बताते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव की पार्टी (राष्ट्रीय जनता दल) चुनाव से पहले विभाजनकारी राजनीति कर रही है, खासकर वक्फ अधिनियम को लेकर। उन्होंने मतदाता सूची में सुधार के लिए चुनाव आयोग द्वारा घोषित स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) का स्वागत किया।
छत्तीसगढ़ की बीजेपी एमएलए भावना बोहरा ने पटना में एक समाचार एजेंसी से बातचीत में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। भावना बोहरा ने कहा, "यह ऐसा है जैसे कोई सो जाता है और सुबह उठकर कहता है कि मैंने कल रात यह सपना देखा था। मेरे पास इसका कोई वास्तविक स्पष्टीकरण नहीं है। तेजस्वी यादव सुबह मीडिया को उन सपनों के बारे में बताते हैं जो वे रात में देखते हैं।" भावना बोहरा ने यह बयान तेजस्वी यादव की ओर से किए जा रहे चुनावी वादों लेकर आया है।
देश भर में एसआईआर जरूरीभावना बोहरा ने चुनाव आयोग की ओर से देश भर में विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) के कार्यक्रम की घोषणा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह कवायद मतदाताओं की सूची से डुप्लीकेट और अमान्य नामों को हटाने के लिए बहुत ज़रूरी है। उन्होंने कहा, "यह बिल्कुल स्वागत योग्य है। उन लोगों के लिए यह फिल्टर आवश्यक है जो मर गए हैं या जिनके नाम वोटिंग के लिए दो जगहों पर दर्ज हैं।" चुनाव आयोग ने सोमवार को इस राष्ट्रव्यापी एसआईआर का विवरण देने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इससे पहले 6 अक्टूबर को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने घोषणा की थी कि पूरे देश में मतदाता सूचियों का संशोधन किया जाएगा।
आरजेडी विभाजनकारी राजनीति कर रहीभावना बोहरा ने आरजेडी की वक्फ अधिनियम का विरोध करने के लिए आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी चुनावों से पहले विभाजनकारी राजनीति में लिप्त है। उन्होंने कहा, "उन्होंने कभी भी जनता के कल्याण के लिए कोई विधेयक लाने का प्रयास नहीं किया। वक्फ विधेयक पूरी स्पष्टता के साथ आया था, और इसमें संशोधन किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं हैं। वे पारदर्शिता सुनिश्चित करने, न्याय प्रक्रिया में सुधार करने और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए हैं। जिस तरह से आरजेडी प्रतिक्रिया दे रहा है, विधेयक को फाड़ने की बात कर रही है, यह दर्शाता है कि वे चुनाव के माहौल को भांपते हुए मुस्लिम मतदाताओं का उपयोग करके विभाजनकारी राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं।"
तजस्वी वक्फ कानून रद्द कर देंगे!भावना बोहरा की यह टिप्पणी आरजेडी नेता कारी सोहेब के उस दावे के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि तेजस्वी यादव यदि बिहार के मुख्यमंत्री चुने जाते हैं, तो "वक्फ कानून को रद्द कर देंगे।" वक्फ (संशोधन) विधेयक संसद में लंबी बहस के बाद पारित हुआ था। विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया था। राष्ट्रपति ने इस साल 5 अप्रैल को इस विधेयक को अपनी मंजूरी दी थी।
बिहार की 243 सीटों के लिए मतदान 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में होगा। सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की आठ सीटों के लिए उपचुनाव 11 नवंबर को होंगे। दोनों के नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
छत्तीसगढ़ की बीजेपी एमएलए भावना बोहरा ने पटना में एक समाचार एजेंसी से बातचीत में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। भावना बोहरा ने कहा, "यह ऐसा है जैसे कोई सो जाता है और सुबह उठकर कहता है कि मैंने कल रात यह सपना देखा था। मेरे पास इसका कोई वास्तविक स्पष्टीकरण नहीं है। तेजस्वी यादव सुबह मीडिया को उन सपनों के बारे में बताते हैं जो वे रात में देखते हैं।" भावना बोहरा ने यह बयान तेजस्वी यादव की ओर से किए जा रहे चुनावी वादों लेकर आया है।
#WATCH | Patna, Bihar: On Tejashwi Yadav's promises, BJP leader Bhawna Bohra says, "It is like someone who goes to sleep and wakes up in the morning and says that I had this dream last night. I don't have any real explanation for it...Tejashwi Yadav gives a media statement in the… pic.twitter.com/LO3MRuX9aC
— ANI (@ANI) October 27, 2025
देश भर में एसआईआर जरूरीभावना बोहरा ने चुनाव आयोग की ओर से देश भर में विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) के कार्यक्रम की घोषणा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह कवायद मतदाताओं की सूची से डुप्लीकेट और अमान्य नामों को हटाने के लिए बहुत ज़रूरी है। उन्होंने कहा, "यह बिल्कुल स्वागत योग्य है। उन लोगों के लिए यह फिल्टर आवश्यक है जो मर गए हैं या जिनके नाम वोटिंग के लिए दो जगहों पर दर्ज हैं।" चुनाव आयोग ने सोमवार को इस राष्ट्रव्यापी एसआईआर का विवरण देने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इससे पहले 6 अक्टूबर को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने घोषणा की थी कि पूरे देश में मतदाता सूचियों का संशोधन किया जाएगा।
आरजेडी विभाजनकारी राजनीति कर रहीभावना बोहरा ने आरजेडी की वक्फ अधिनियम का विरोध करने के लिए आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी चुनावों से पहले विभाजनकारी राजनीति में लिप्त है। उन्होंने कहा, "उन्होंने कभी भी जनता के कल्याण के लिए कोई विधेयक लाने का प्रयास नहीं किया। वक्फ विधेयक पूरी स्पष्टता के साथ आया था, और इसमें संशोधन किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं हैं। वे पारदर्शिता सुनिश्चित करने, न्याय प्रक्रिया में सुधार करने और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए हैं। जिस तरह से आरजेडी प्रतिक्रिया दे रहा है, विधेयक को फाड़ने की बात कर रही है, यह दर्शाता है कि वे चुनाव के माहौल को भांपते हुए मुस्लिम मतदाताओं का उपयोग करके विभाजनकारी राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं।"
तजस्वी वक्फ कानून रद्द कर देंगे!भावना बोहरा की यह टिप्पणी आरजेडी नेता कारी सोहेब के उस दावे के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि तेजस्वी यादव यदि बिहार के मुख्यमंत्री चुने जाते हैं, तो "वक्फ कानून को रद्द कर देंगे।" वक्फ (संशोधन) विधेयक संसद में लंबी बहस के बाद पारित हुआ था। विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया था। राष्ट्रपति ने इस साल 5 अप्रैल को इस विधेयक को अपनी मंजूरी दी थी।
बिहार की 243 सीटों के लिए मतदान 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में होगा। सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की आठ सीटों के लिए उपचुनाव 11 नवंबर को होंगे। दोनों के नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
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