Top News
Next Story
Newszop

ब्रिटेन की टॉप यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए भारतीयों को मिल रही स्कॉलरशिप, जानिए कहां करना होगा अप्लाई

Send Push
Dr Gita Piramal Scholarship For Indians: ब्रिटेन में मौजूद ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के कंस्टीट्यूंट कॉलेज समरविले कॉलेज ने ऑक्सफोर्ड इंडिया सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट (OICSD) और पीरामल परिवार के सहयोग से डॉ. गीता पीरामल स्कॉलरशिप की शुरुआत की है। इस स्कॉलरशिप का मकसद विदेश में जाकर हायर एजुकेशन हासिल करने वाले छात्रों की मदद करना है। स्कॉलरशिप के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटीरिया और अन्य डिटेल्स स्कॉलरशिप की ऑफिशियल वेबसाइट पर मौजूद हैं।इस स्कॉलरशिप को भारत में एक प्रमुख बिजनेस इतिहासकार डॉ. गीता पीरामल को सम्मानित करने और शिक्षा एवं कॉर्पोरेट लीडरशिप दोनों में उनके उल्लेखनीय योगदान को याद करने के लिए शुरू किया गया है। डॉ. पीरामल समरविले कॉलेज के साथ जुड़ी हुई हैं, जहां उन्होंने सीनियर एसोसिएट फेलो के रूप में काम करने के साथ-साथ कई छात्रों का मार्गदर्शन किया है। स्कॉलरशिप के लिए ऑफिशियल वेबसाइट www.some.ox.ac.uk/the-oicsd/scholarships पर जाकर अप्लाई किया जा सकता है। स्कॉलरशिप के जरिए माफ होगी ट्यूशन फीसएक आधिकारिक बयान में कहा गया, ग्लोबल लेवल पर एमबीए प्रोग्राम के लिए प्रभावशाली किताबों सहित कॉर्पोरेट भारत पर गीता पीरामल के अभूतपूर्व रिसर्च ने उभरते बिजनेस लीडर्स के दृष्टिकोण को महत्वपूर्ण रूप से आकार दिया है। डॉ. गीता पीरामल स्कॉलरशिप के जरिए छात्रों की पूरी ट्यूशन फीस माफ हो जाएगी। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि उन्हें रहने के लिए पैसा भी दिया जाएगा। इस स्कॉलरशिप को उन छात्रों को दिया जाएगा, जो आर्थिक से पिछड़े हुए हैं। डॉ. पीरामल ने कहा, "भारत मेरा पारिवारिक घर है और समरविले कई सालों से मेरा बौद्धिक घर रहा है। यह स्कॉलरशिप भारत के प्रतिभाशाली युवाओं को ऑक्सफोर्ड की समृद्ध शैक्षणिक वातावरण में आगे बढ़ने और देश की भविष्य की प्रगति में योगदान करने में मदद करेगा।"2013 में अपनी स्थापना के बाद से ऑक्सफोर्ड इंडिया सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट (OICSD) ने ऑक्सफोर्ड में 60 से अधिक भारतीय छात्रों की सहायता की है, जिनमें से कई हेल्थकेयर, टेक्नोलॉजी और जलवायु परिवर्तन जैसी चीजों पर काम करने के लिए भारत लौटे हैं। डॉ. गीता पीरामल स्कॉलरशिप की शुरूआत इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए की गई है, जिससे यह सुनिश्चित हो पाए है कि वंचित भारतीय छात्र भी ग्लोबल लेवल की एजुकेशन हासिल कर पाएं।
Loving Newspoint? Download the app now