नई दिल्ली: क्या सब्जी बेचकर करोड़ों रुपये कमाए जा सकते हैं? हां, बिल्कुल। ऐसा कर दिखाया है केरल के रहने वाले बिजेश पीके ने। उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर सब्जी उगाने और उन्हें बेचने का काम शुरू किया। इससे उन्हें शानदार कमाई हुई। कुछ ही समय में उनकी कमाई करोड़ों रुपये में होने लगी। वह दुबई को अपनी सब्जी सप्लाई करते हैं।
कैसे हुई शुरुआत?करीब एक दशक पहले की बात है। बिजेश दुबई गए थे। वहां ओणम फेस्टिवल के दौरान उन्हें दावत के लिए ताजे केले तलाशने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। उस दौरान वह एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। केले के पत्तों की मशक्कत के दौरान उनके दिमाग में आइडिया आया कि अगर यहां रहने वाले भारतीयों को भी भारत की तरह आसानी से केले के पत्ते मिलने लगे तो कितना अच्छा होगा। बस, यहीं ये उने दिमाग में कारोबार का कीड़ा पैदा हो गया।
इस विचार से प्रेरित होकर 47 साल के बिजेश ने अपनी नौकरी छोड़ी और अपने गृहनगर त्रिशुर लौट आए। यहां उन्होंने जरूरी लाइसेंस लिए 35 परिवारों द्वारा उगाई गईं 160 किलो सब्जियों का निर्यात करके अपने कारोबार को शुरू किया। आज उनकी कंपनी नेचर बीट्स ऑर्गेनिक दुबई में 1000 से अधिक फैमिली को जैविक सब्जियां उपलब्ध कराती है। यही नहीं, उनकी अल कुसैस में एक रिटेल शॉप भी है।
केले से कारोबार से शुरुआतबिजेश बताते हैं कि उन्होंने दुबई से भारत आकर सबसे पहले दुबई में केले का निर्यात किया था। हालांकि यह कारोबार बहुत ज्यादा समय तक नहीं चला क्योंकि पेमेंट से संबंधित समस्या शुरू हो गई थी। साथ ही खास मुनाफा भी नहीं हुआ था। इसके बाद उन्होंने दुबई में जैविक सब्जियां बेचना शुरू किया।
शुरुआत में जैविक सब्जियों को ढूंढना काफी मुश्किल था। बिजेश बताते हैं कि उन्होंने 35 फैमिली से शुरुआत की थी। उस समय में उन्होंने 160 किलो सब्जियों को 1-1 किलो के पैकेट में भेजा था। इस काम में दुबई में स्थित उनके भाई प्रवीण ने भरपूर मदद की। प्रवीण इन सब्जियों को दुबई में घर-घर तक पहुंचाते थे।
बढ़ गया कारोबारबिजेश बताते हैं कि जब दुबई में लोगों को जैविक सब्जियों के बारे में पता चला तो उनके ग्राहकों की संख्या बढ़ गई। 35 फैमिली से शुरू हुआ उनका यह सफर 1000 परिवार तक पहुंच गया।
निर्यात शुरू करने के दो साल बाद बिजेश ने जैविक खेती शुरू करने का प्लान किया। उन्होंने त्रिशुर में 1.5 एकड़ जमीन पट्टे पर ली। अब दोनों 8 एकड़ जमीन में जैविक सब्जियां उगाते हैं। वह खेती के दौरान जैविक खाद का इस्तेमाल करते हैं।
कितना हो रही कमाई?बिजेश बताते हैं कि अब वह सब्जियों के साथ फल भी दुबई भेजते हैं। वह हर हफ्ते 2500 से 3000 किलो फल-सब्जियां दुबई भेजते हैं। वह केरल से दुबई 24 घंटे में ताजा माल भेज देते हैं। बिजेश बताते हैं उनकी फल और सब्जियां फ्लाइट के जरिए दुबई भेजी जाती हैं। पिछले साल बिजेश की कंपनी नेचर बीट्स की कुल इनकम करीब 2 करोड़ रुपये थी।
कैसे हुई शुरुआत?करीब एक दशक पहले की बात है। बिजेश दुबई गए थे। वहां ओणम फेस्टिवल के दौरान उन्हें दावत के लिए ताजे केले तलाशने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। उस दौरान वह एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। केले के पत्तों की मशक्कत के दौरान उनके दिमाग में आइडिया आया कि अगर यहां रहने वाले भारतीयों को भी भारत की तरह आसानी से केले के पत्ते मिलने लगे तो कितना अच्छा होगा। बस, यहीं ये उने दिमाग में कारोबार का कीड़ा पैदा हो गया।
इस विचार से प्रेरित होकर 47 साल के बिजेश ने अपनी नौकरी छोड़ी और अपने गृहनगर त्रिशुर लौट आए। यहां उन्होंने जरूरी लाइसेंस लिए 35 परिवारों द्वारा उगाई गईं 160 किलो सब्जियों का निर्यात करके अपने कारोबार को शुरू किया। आज उनकी कंपनी नेचर बीट्स ऑर्गेनिक दुबई में 1000 से अधिक फैमिली को जैविक सब्जियां उपलब्ध कराती है। यही नहीं, उनकी अल कुसैस में एक रिटेल शॉप भी है।
केले से कारोबार से शुरुआतबिजेश बताते हैं कि उन्होंने दुबई से भारत आकर सबसे पहले दुबई में केले का निर्यात किया था। हालांकि यह कारोबार बहुत ज्यादा समय तक नहीं चला क्योंकि पेमेंट से संबंधित समस्या शुरू हो गई थी। साथ ही खास मुनाफा भी नहीं हुआ था। इसके बाद उन्होंने दुबई में जैविक सब्जियां बेचना शुरू किया।
शुरुआत में जैविक सब्जियों को ढूंढना काफी मुश्किल था। बिजेश बताते हैं कि उन्होंने 35 फैमिली से शुरुआत की थी। उस समय में उन्होंने 160 किलो सब्जियों को 1-1 किलो के पैकेट में भेजा था। इस काम में दुबई में स्थित उनके भाई प्रवीण ने भरपूर मदद की। प्रवीण इन सब्जियों को दुबई में घर-घर तक पहुंचाते थे।
बढ़ गया कारोबारबिजेश बताते हैं कि जब दुबई में लोगों को जैविक सब्जियों के बारे में पता चला तो उनके ग्राहकों की संख्या बढ़ गई। 35 फैमिली से शुरू हुआ उनका यह सफर 1000 परिवार तक पहुंच गया।
निर्यात शुरू करने के दो साल बाद बिजेश ने जैविक खेती शुरू करने का प्लान किया। उन्होंने त्रिशुर में 1.5 एकड़ जमीन पट्टे पर ली। अब दोनों 8 एकड़ जमीन में जैविक सब्जियां उगाते हैं। वह खेती के दौरान जैविक खाद का इस्तेमाल करते हैं।
कितना हो रही कमाई?बिजेश बताते हैं कि अब वह सब्जियों के साथ फल भी दुबई भेजते हैं। वह हर हफ्ते 2500 से 3000 किलो फल-सब्जियां दुबई भेजते हैं। वह केरल से दुबई 24 घंटे में ताजा माल भेज देते हैं। बिजेश बताते हैं उनकी फल और सब्जियां फ्लाइट के जरिए दुबई भेजी जाती हैं। पिछले साल बिजेश की कंपनी नेचर बीट्स की कुल इनकम करीब 2 करोड़ रुपये थी।
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