अयोध्या: देश सरकार अब राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और प्रबंधन को अत्याधुनिक तकनीक से सशक्त बनाने जा रही है। पर्यटन विभाग अयोध्या के राम मंदिर, वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में एआई (आर्टिफिशल इंटेलिजेंस) आधारित स्मार्ट सर्विलांस प्रणाली लागू करने जा रहा है।
इस प्रणाली के तहत इन तीनों पवित्र धामों में 'फुटफॉल काउंटिंग सिस्टम' लगाया जाएगा, जो रियल-टाइम में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सटीक गणना करेगा। पर्यटन विभाग ने इसके क्रियान्वयन के लिए इच्छुक एजेंसियों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (BOI)' आमंत्रित किए है।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यह पहल स्मार्ट टूरिजम नियंत्रण, स्वच्छता, सुविधाओं का विकास और डिजिटल गवर्नेस की दिशा में राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। इससे न केवल पर्यटकों की संख्या का आंकलन सटीक होगा, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ और नीतिगत निर्णय अधिक वैज्ञानिक तरीके से हो सकेंगे।
कैसे करेगा काम
चयनित एजेंसी को इस प्रणाली के डिजाइन, इंस्टॉलेशन, डेटा विश्लेषण और रखरखाव की जिम्मेदारी दी जाएगी। इसमें फेस रिकग्निशन, फुटफॉल काउंटिंग,
स्मार्ट टूरिजम की दिशा में ऐतिहासिक कदम
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के मुताबिक अयोध्या स्थित राम मंदिर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुर राम मंदिर परिसर में एआई आधारित स्मार्ट कैमरे लगाए जाएंगे। यह सिस्टम रियल-टाइम भीड़ की स्थिति बतात्ला और सुरक्षा अलर्ट देगा। वही काशी विश्वनाथ मंदिर में यह प्रणाली भीड़ नियंत्रण और स्वच्छता प्रबंधन को और सक्षम बनाएगी। इसके अलावा गोरखनाथ मंदिर में फुटफॉल डेटा से आगंतुकों की औसत संख्या और भीड़
व्यवहार विश्लेषण और इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम जैसी उन्नत तकनीकें शामिल होंगी। यह प्रणाली भीड़ के घनत्य, प्रवाह और संभावित आपात स्थितियों की रियल-टाइम निगरानी कर त्वरित अलर्ट जारी करेगी। पर्यटन मंत्री के अनुसार घनत्व की जानकारी मिलेगी, जिससे सुरक्षा और सुविधा प्रबंधन को मजबूती मिलेगी।
उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग का यह कदम उत्तर प्रदेश में स्मार्ट टूरिजम और डिजिटल गवर्नेस की दिशा में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन लेकर आएगा। इसके माध्यम से राज्य सरकार को पर्यटक प्रवाह का सटीक रिकॉर्ड मिलेगा। साथ ही, भीड़ प्रबंधन और सुविधाओं का विस्तार अधिक वैज्ञानिक तरीके से किया जा सकेगा।
इस प्रणाली के तहत इन तीनों पवित्र धामों में 'फुटफॉल काउंटिंग सिस्टम' लगाया जाएगा, जो रियल-टाइम में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सटीक गणना करेगा। पर्यटन विभाग ने इसके क्रियान्वयन के लिए इच्छुक एजेंसियों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (BOI)' आमंत्रित किए है।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यह पहल स्मार्ट टूरिजम नियंत्रण, स्वच्छता, सुविधाओं का विकास और डिजिटल गवर्नेस की दिशा में राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। इससे न केवल पर्यटकों की संख्या का आंकलन सटीक होगा, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ और नीतिगत निर्णय अधिक वैज्ञानिक तरीके से हो सकेंगे।
कैसे करेगा काम
चयनित एजेंसी को इस प्रणाली के डिजाइन, इंस्टॉलेशन, डेटा विश्लेषण और रखरखाव की जिम्मेदारी दी जाएगी। इसमें फेस रिकग्निशन, फुटफॉल काउंटिंग,
स्मार्ट टूरिजम की दिशा में ऐतिहासिक कदम
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के मुताबिक अयोध्या स्थित राम मंदिर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुर राम मंदिर परिसर में एआई आधारित स्मार्ट कैमरे लगाए जाएंगे। यह सिस्टम रियल-टाइम भीड़ की स्थिति बतात्ला और सुरक्षा अलर्ट देगा। वही काशी विश्वनाथ मंदिर में यह प्रणाली भीड़ नियंत्रण और स्वच्छता प्रबंधन को और सक्षम बनाएगी। इसके अलावा गोरखनाथ मंदिर में फुटफॉल डेटा से आगंतुकों की औसत संख्या और भीड़
व्यवहार विश्लेषण और इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम जैसी उन्नत तकनीकें शामिल होंगी। यह प्रणाली भीड़ के घनत्य, प्रवाह और संभावित आपात स्थितियों की रियल-टाइम निगरानी कर त्वरित अलर्ट जारी करेगी। पर्यटन मंत्री के अनुसार घनत्व की जानकारी मिलेगी, जिससे सुरक्षा और सुविधा प्रबंधन को मजबूती मिलेगी।
उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग का यह कदम उत्तर प्रदेश में स्मार्ट टूरिजम और डिजिटल गवर्नेस की दिशा में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन लेकर आएगा। इसके माध्यम से राज्य सरकार को पर्यटक प्रवाह का सटीक रिकॉर्ड मिलेगा। साथ ही, भीड़ प्रबंधन और सुविधाओं का विस्तार अधिक वैज्ञानिक तरीके से किया जा सकेगा।
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