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किस जॉब को करने से 'मालामाल' हो जाएंगे भारतीय? जानिए किस नौकरी में मिलती है सबसे ज्यादा सैलरी

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Hi ghest Paying Jobs: भारत से हर साल लाखों लोग विदेश में नौकरी की तलाश में जाते हैं। ज्यादातर भारतीय खाड़ी के देशों में और अमेरिका-ब्रिटेन जैसे मुल्कों में काम कर रहे हैं। यहां पर उन्हें काफी ज्यादा सैलरी भी मिल जाती है। इसके अलावा भारतीय अब धीरे-धीरे अफ्रीकी मुल्कों में भी नौकरी के लिए जा रहे हैं। कई बार ऐसा भी देखने को मिला है कि कंपनियां उन लोगों को नौकरी पर रखना पसंद करती हैं, जिनके पास विदेश में काम करने का अनुभव हो।

अमूमन कुछ खास वजहों से ही लोग विदेश में नौकरी के लिए जाते हैं। नौकरी के अच्छे अवसर, करियर में ग्रोथ, नागरिकता मिलने का चांस, नए देश में घूमने का मौका, ये कुछ ऐसे कारण हैं, जिनके चलते हर साल बड़ी संख्या में भारतीय विदेश जा रहे हैं। हालांकि, विदेश में नौकरी का मुख्य मकसद अच्छी सैलरी होती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि भारतीयों को विदेश में किस जॉब में सबसे ज्यादा सैलरी दी जाती है। सैलरी की डिटेल्स इकट्ठा करने वाली वेबसाइट पेस्केल के डाटा के जरिए ये लिस्ट तैयार की गई है।
ऑर्थोपेडिक सर्जन image

ऑर्थोपेडिक सर्जन का काम मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम (हड्डियां, मांसपेशियां, जोड़ और सॉफ्ट टिश्यू) से जुड़ी चोटों और बीमारियों का इलाज करना होता है। ये इस तरह की बीमारियों का इलाज करने में एक्सपर्ट होते हैं। ऑर्थोपेडिक सर्जन की एक साल की औसतन सैलरी 4,05,081 डॉलर (3.40 करोड़ रुपये) होती है। (Pexels)


एनेस्थिजियॉलिस्ट image

एनेस्थिजियॉलिस्ट एक तरह का डॉक्टर होता है, जो मरीजों को एनस्थीसिया देने में स्पेशलिस्ट होता है। ये एक तरह का मेडिकल ट्रीटमेंट है, जो सर्जरी के दौरान मरीज को दर्द से बचाने के लिए दिया जाता है। एनेस्थिजियॉलिस्ट की औसतन सालाना सैलरी 3,41,950 डॉलर (2.87 करोड़ रुपये) है। (Pexels)


साइकेट्रिस्ट image

साइकेट्रिस्ट को हिंदी में मनोचिकित्सक के तौर पर जाना जाता है, जो मानसिक बीमारियों का इलाज करता है। वे गंभीर डिप्रेशन जैसे कॉम्प्लेक्स मेंटल डिसऑर्डर को ठीक करने के लिए जाने जाते हैं। एक साइकेट्रिस्ट की औसतन सालाना सैलरी 2,44,435 डॉलर (2 करोड़ रुपये) तक होती है। (Pexels)


कॉर्पोरेट वकील image

कंपनियों के कानूनी मामलों को देखने की जिम्मेदारी कॉर्पोरेट वकील की होती है। वे कॉर्पोरेट कानून में स्पेशलिस्ट होते हैं। इनकी जिम्मेदारियां काफी बड़ी होती हैं, क्योंकि जब भी कंपनी मुसीबत में फंसती है तो इन्हें ही उसे बाहर निकालना होता है। कॉर्पोरेट वकील की सैलरी 1,27,978 डॉलर (1.07 करोड़ रुपये) है। (Pexels)


चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर image

हर बड़ी कंपनी को चलाने के लिए चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ) की जरूरत होती है। कंपनी से हर बड़े फैसले सीईओ को लेने होते हैं, जिस वजह से उसकी पॉजिशन सबसे अहम होती है। सीईओ की औसतन सालाना सैलरी 1,69,109 डॉलर (1.42 करोड़ रुपये) होती है। (Pexels)

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