कितनी बार आप दिनभर की काम की लिस्ट देखकर सोचते हैं, काश ये सब अपने आप हो जाता या झटपट निपट जाता। लेकिन फिर भी काम कभी खत्म नहीं होता। आजकल हम सब इतने काम में उलझे रहते हैं कि थकान और तनाव आम बात हो गई है। कंपनियों को भी यही दिक्कत है। वो चाहते हैं कि कर्मचारी ज्यादा प्रोडक्टिव हों, लेकिन ज्यादातर लोग अभी भी पुराने मैनुअल तरीकों में फंसे हैं। नतीजा? धीमा काम, कर्मचारी परेशान। यहीं जनरेटिव AI काम आता है।
90% कंपनियां और कर्मचारी डिजिटल टेक्नोलॉजी का पूरा फायदा नहीं उठा रही हैं। समय और एनर्जी दोनों बर्बाद। फिर भी AI यूज नहीं कर रहे। जबकि ये आपके रोजमर्रा के बोरिंग और रिपीटिंग कामों को अपने आप कर सकता है। ताकि आप और आपकी टीम क्रिएटिव और जरूरी कामों पर ध्यान दे सकें। इसमें कोई शक नहीं रहा कि एआई आपकी प्रोडक्टिविटी कई गुना बढ़ा देता है। तो इंतजार किस बात का है? अब भी एआई यूज करना शुरू नहीं किया तो बहुत पीछे रह जाएंगे। क्योंकि अगर बदलते जॉब मार्केट में टिके रहना है, तो NBT Upskill AI से करियर ग्रोथ वर्कशॉप में सीख लें वो स्किल्स जो बेहद जरूरी हैं।
मैनुअल काम में क्या दिक्कतें आती हैं?
ऑफिस के काम में मदद करने वाले AI Tools हैक नहीं, जरूरत है AIAI सिर्फ काम आसान नहीं बनाता, बल्कि आपको स्मार्ट और तेज भी बनाता है। यानी अब आपको छोटे-छोटे ढेरों रिपीटिंग काम में फंसने की जरूरत नहीं है। आप अपना दिमाग क्रिएटिव कामों पर लगा सकते हैं। ये महज कोई हैक नहीं, बल्कि मौजूदा समय की जरूरत बन चुका है। हर कंपनी एआई स्मार्ट वर्कफोर्स चाहने लगी है।
90% कंपनियां और कर्मचारी डिजिटल टेक्नोलॉजी का पूरा फायदा नहीं उठा रही हैं। समय और एनर्जी दोनों बर्बाद। फिर भी AI यूज नहीं कर रहे। जबकि ये आपके रोजमर्रा के बोरिंग और रिपीटिंग कामों को अपने आप कर सकता है। ताकि आप और आपकी टीम क्रिएटिव और जरूरी कामों पर ध्यान दे सकें। इसमें कोई शक नहीं रहा कि एआई आपकी प्रोडक्टिविटी कई गुना बढ़ा देता है। तो इंतजार किस बात का है? अब भी एआई यूज करना शुरू नहीं किया तो बहुत पीछे रह जाएंगे। क्योंकि अगर बदलते जॉब मार्केट में टिके रहना है, तो NBT Upskill AI से करियर ग्रोथ वर्कशॉप में सीख लें वो स्किल्स जो बेहद जरूरी हैं।
मैनुअल काम में क्या दिक्कतें आती हैं?
- गलतियां होती हैं- डेटा एंट्री या रिपीटिंग काम में गलती आम है। गलती सुधारने में समय और ब्रेन की एनर्जी दोनों लगते हैं।
- क्रिएटिविटी कम हो जाती है- लोग बोरिंग कामों में फंसे रहते हैं, इसलिए नए आइडियाज लाने का समय नहीं बचता।
- टैलेंट का सही इस्तेमाल नहीं होता- स्मार्ट होते हुए भी कई कर्मचारी बस छोटे कामों में फंसकर रह जाते हैं।
- काम देर से होता है- मैनुअल प्रोसेस बढ़ते ही जरूरी काम भी धीमे हो जाते हैं। 2 मिनट का काम 2 घंटे ले लेता है।
- जनरेटिव AI सिर्फ ऑटोमेशन नहीं है। यह आपकी क्षमता को बढ़ाता है और काम तेज करता है।
- रिपीटिंग काम अपने आप होता है। डेटा एंट्री, रिपोर्ट बनाना, ईमेल ड्राफ्ट करना, सब AI कर सकता है।
- AI डेटा देखकर भविष्य के ट्रेंड्स और मौके बताता है। बेहतर प्लानिंग और फैसले लेने में मदद कर सकता है।
- टीम में चैट, ईमेल और मीटिंग्स आसान और तेज कर देता है। यानी स्मार्ट कम्युनिकेशन।
- प्रोजेक्ट मैनेजमेंट को आसान बनाता है, जैसे- टास्क ट्रैक करना, रिसोर्स एलोकेशन, बजट तैयार करना, आदि।
ऑफिस के काम में मदद करने वाले AI Tools हैक नहीं, जरूरत है AIAI सिर्फ काम आसान नहीं बनाता, बल्कि आपको स्मार्ट और तेज भी बनाता है। यानी अब आपको छोटे-छोटे ढेरों रिपीटिंग काम में फंसने की जरूरत नहीं है। आप अपना दिमाग क्रिएटिव कामों पर लगा सकते हैं। ये महज कोई हैक नहीं, बल्कि मौजूदा समय की जरूरत बन चुका है। हर कंपनी एआई स्मार्ट वर्कफोर्स चाहने लगी है।
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