बिहार के पूर्णिया जिले में शुक्रवार की सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया। कटिहार-जोगबनी रेलखंड पर कसबा जबनपुर के समीप वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से कटकर तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तत्काल पूर्णिया के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है।
मृतक और घायल सभी लोग दशहरा का मेला देखकर घर लौट रहे थे। घटना की सूचना फैलते ही आसपास के ग्रामीणों की भारी भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई। स्थानीय पुलिस और आरपीएफ की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और हालात को संभालते हुए शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
यह पहला मौका नहीं है जब इस रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस से मौत का मामला सामने आया हो। इससे पहले 30 सितंबर को सहरसा जिले के हटियागाछी रेलवे ढाला के पास इसी ट्रेन की चपेट में आकर एक बुजुर्ग की जान चली गई थी। इस प्रकार यह जोगबनी-दानापुर वंदे भारत पर मौत की दूसरी घटना बन गई है।
गौरतलब है कि जोगबनी से दानापुर के बीच चलने वाली यह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15 सितंबर को पूर्णिया से वर्चुअल हरी झंडी दिखाकर शुरू की गई थी। 17 सितंबर से इसका नियमित संचालन आरंभ हुआ था। सीमांचल क्षेत्र को सीधे राजधानी पटना से जोड़ने वाली यह पहली वंदे भारत एक्सप्रेस है, जिससे लोगों की उम्मीदें जुड़ी थीं।
ट्रेन का परिचालन भी खास समय पर किया जाता है। जोगबनी से यह ट्रेन तड़के सुबह 3:25 बजे रवाना होती है और 4:50 बजे पूर्णिया पहुंचती है। इसके बाद यह सहरसा, खगड़िया, समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर होते हुए सुबह करीब 11:30 बजे दानापुर (पटना) पहुंचती है। यात्रियों के लिए यह ट्रेन तेज और सुविधाजनक यात्रा का साधन बनी है, लेकिन हालिया हादसों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
You may also like
जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में आवारा कुत्तों का आतंक... दो विदेशी कोचों पर किया घातक हमला
'आई लव मोहम्मद' बुरा नहीं, लेकिन 'सर तन से जुदा..' बर्दाश्त नहीं: पंडित धीरेंद्र शास्त्री
अयोध्या की रामलीला ने रचा नया इतिहास, 62 करोड़ दर्शकों तक पहुंची गूंज
ऑस्ट्रेलिया ए ने दूसरे वनडे में भारत ए को 9 विकेट से हराया
आप की उम्र 15 से 35 साल` के बिच है तो ज़रूर पढ़ें ये पोस्ट वरना भविष्य में पड़ सकता है पछताना