मुंबई, 13 अप्रैल . फिल्म जगत के मंझे हुए सितारों की बात करें तो दिवंगत सतीश कौशिक का नाम जुबां पर अकस्मात ही आ जाता है. सुस्ता-सुस्ता कर बोलने की उनकी शैली दर्शकों को खासा पसंद आती थी. वह अपनी कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों को सालों हंसाते रहे. हालांकि, वह कॉमेडी में उस्ताद थे तो खलनायकी में भी किसी से कम नहीं. साल 2014 में आई उनकी फिल्म ‘लक्ष्मी’ के किरदार ‘राम रेड्डी’ को कैसे भूला जा सकता है!
आज अभिनेता की जयंती है, आइए उनकी चंद किरदारों को फिर से देखते हैं, जिन्होंने उन्हें दर्शकों के दिलों में अमर करने में अहम भूमिका निभाई. सतीश कौशिक ने फिल्म जगत के किसी कोने को सूखा नहीं छोड़ा और अपने कमाल के अभिनय से गुलजार रखा. वह अब तक ऐसे कई यादगार किरदार निभा चुके हैं जिन्हें सिने प्रेमी सालों साल याद रखेंगे.
‘लक्ष्मी’ में ‘राम रेड्डी’ का किरदार हो या ‘मिस्टर इंडिया’ का ‘कैलेंडर’, ‘उड़ता पंजाब’ के ‘ताया जी’ हो या ‘दीवाना मस्ताना’ के ‘पप्पू पेजर…’ लिस्ट काफी लंबी है.
साल 2016 में आई शाहिद कपूर, आलिया भट्ट, करीना कपूर स्टारर फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ में सतीश ‘तायाजी’ की भूमिका में नजर आए थे. इसे भी खूब सराहा गया. अभिनय के साथ सतीश कौशिक ने फिल्म निर्देशन, स्क्रिप्ट और डायलॉग राइटिंग भी की थी.
साल 2014 में रिलीज हुई लक्ष्मी फिल्म में सतीश कौशिक के राम रेड्डी किरदार को उनके प्रशंसक कभी नहीं भूल सकते. हमेशा हंसाने वाले चेहरे को लोगों ने एक ऐसे शख्स के किरदार में देखा था, जो 14 साल की लड़की का रेप करता है. नागेश कुकुनूर के निर्देशन में बनी फिल्म में कौशिक के साथ मोनाली ठाकुर, शेफाली शाह और राम कपूर ने अहम भूमिका अदा की थीं.
1998 में गोविंदा और अमिताभ बच्चन की एक्शन कॉमेडी फिल्म ‘बड़े मियां छोटे मियां’ में सतीश कौशिक का किरदार पान खाता है और बात-बात पर बोलता है, ‘कसम उड़ानझल्ले की’ तो दर्शक हंसने से खुद को रोक नहीं पाते हैं. फिल्म में सतीश कौशिक के किरदार का नाम शराफत अली रहता है, जो खुद को चोर बाजार का बेताज बादशाह बताता है. फिल्म में उनकी डायलॉग डिलीवरी कमाल की रही.
“मैं मुन्नू मोबाइल का मोटा भाई पप्पू पेजर लाइन पर हूं…” डेविड धवन के निर्देशन में बनी फिल्म ‘दीवाना मस्ताना’ साल 1997 में आई थी. रोमांटिक कॉमेडी में कौशिक एक कॉन्ट्रैक्ट किलर पप्पू पेजर के किरदार में रहते हैं. गोविंदा और अनिल कपूर के साथ कौशिक ने दर्शकों को पप्पू पेजर के किरदार में खूब हंसाया था.
साल 1996 में रिलीज हुई फिल्म ‘साजन चले ससुराल’ का मुत्तू स्वामी तो सदाबहार है. कॉमेडी फिल्म में गोविंदा और सतीश की कमाल की जुगलबंदी देखने को मिली थी. फिल्म में सतीश के किरदार का नाम मुत्तू स्वामी रहता है, जो एक दक्षिण भारतीय तबला वादक रहता है.
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एमटी/केआर
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