उदयपुर, 23 अप्रैल 2025 — विश्व संक्षारण जागरूकता दिवस से पहले, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने ‘जंग के खिलाफ जिंक’ नामक एक राष्ट्रीय जागरूकता अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य जंग (संक्षारण) से होने वाले आर्थिक और संरचनात्मक नुकसान के प्रति जनसाधारण और उद्योगों को जागरूक करना है। कंपनी ने इस अभियान के माध्यम से जिंक गैल्वनाइजेशन को बढ़ावा देते हुए, दीर्घकालिक समाधान के रूप में इसे अपनाने की अपील की है।
भारत को हर साल 5% GDP का नुकसानआंकड़ों के अनुसार, भारत को हर वर्ष जंग के कारण लगभग 100 बिलियन डॉलर का आर्थिक नुकसान होता है, जो देश की सालाना GDP का लगभग 5 प्रतिशत है। जंग एक रासायनिक प्रक्रिया है जो नमी, प्रदूषण और लवण के कारण धातुओं को धीरे-धीरे नष्ट करती है। इससे बुनियादी ढांचे, वाहन बॉडी और औद्योगिक संपत्तियों को भारी नुकसान होता है।
हिंदुस्तान जिंक के अनुसार, गैल्वनाइज्ड स्टील एक सस्ता, टिकाऊ और मजबूत विकल्प है, जो स्टेनलेस स्टील जैसी महंगी सामग्रियों का व्यवहारिक विकल्प बन सकता है।
उदयपुर में लाइव डेमो से जागरूकताउदयपुर में 21 से 24 अप्रैल तक कंपनी ने शहर के प्रमुख स्थानों पर लाइव प्रदर्शन किए, जिसमें एक गैल्वनाइज्ड और एक गैर-गैल्वनाइज्ड दोपहिया वाहन को प्रदर्शित किया गया। इनमें दिखाया गया कि गैर-गैल्वनाइज्ड वाहन में जंग लग चुकी थी जबकि जिंक कोटिंग वाले वाहन पर कोई असर नहीं हुआ था। इस प्रयोग ने लोगों को जिंक-स्मार्ट निर्णय लेने के लिए प्रेरित किया।
कंपनी ने साथ ही एक राष्ट्रव्यापी उपभोक्ता सर्वेक्षण भी शुरू किया है, ताकि जंग की गंभीरता और जिंक के उपयोग की प्रभावशीलता को मापा जा सके।
CEO अरुण मिश्रा का संदेशहिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के CEO अरुण मिश्रा ने कहा,
वैश्विक संदर्भ और भविष्य की दिशा“जंग देश की अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे के लिए एक मौन लेकिन गहरा खतरा है। जागरूकता ही परिवर्तन की दिशा में पहला कदम है। उपभोक्ताओं को भी अपने घर और वाहनों जैसे दीर्घकालिक निवेशों के समय सही सवाल पूछने चाहिए।”
विश्व स्तर पर जंग के कारण हर साल $2.5 ट्रिलियन से अधिक का नुकसान होता है। जबकि जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश जिंक कोटिंग अपनाकर अपने GDP नुकसान को 1.5 प्रतिशत तक घटा चुके हैं। भारत जैसे देश जहां 7,800 किमी की तटरेखा और उच्च आर्द्रता वाले क्षेत्र हैं, वहां यह पहल और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
हिंदुस्तान जिंक की वैश्विक पहचानवेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक, न केवल दुनिया की सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक है, बल्कि यह S&P ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2024 में लगातार दूसरे वर्ष विश्व की सबसे सस्टेनेबल मेटल कंपनी घोषित हुई है। कंपनी ने हाल ही में EcoZinc ब्रांड भी लॉन्च किया है, जो एशिया का पहला लो-कार्बन ग्रीन जिंक ब्रांड है।
यह पहल भारत के औद्योगिक भविष्य को सुरक्षित, आर्थिक रूप से लाभकारी और पर्यावरण के अनुकूल दिशा में ले जाने की एक महत्वपूर्ण कड़ी है।
The post first appeared on .
You may also like
Income Tax Department Launches 'E-Pay Tax' Facility: A Game-Changer for Taxpayers
पहागाम पर आतंकवादी हमले के बाद भारत के फैसले का पाकिस्तान पर क्या असर होगा?
Sapna Choudhary Dance :स्टेज पर लौटते ही सोशल मीडिया पर छाईं देसी क्वीन
घर पर चल रही थी अंतिम संस्कार की तैयारियां, तभी जिंदा हो गया शख्स, चमत्कार देख हैरान हो गए सब▫ ♩
जम्मू-कश्मीर में फंसे पर्यटकों के लिए मसीहा बने मसीहा, 100 लोगों को भेजा वापस