वाराणसी, 7 मई . पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद भारत ने निर्णायक कार्रवाई करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया. इस ऑपरेशन में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पीओके में 9 बड़े आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए. यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति दृढ़ संकल्प को दर्शाती है.
अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने ऑपरेशन सिंदूर की प्रशंसा करते हुए कहा, “पहलगाम आतंकी हमले का जिस तरह भारतीय सशस्त्र बलों ने रात के समय पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला करके जवाब दिया, वह अत्यंत प्रशंसनीय है. यह ऑपरेशन भारतीय सेना की ताकत और साहस का प्रतीक है. अखिल भारतीय संत समिति प्रधानमंत्री और सेना के साथ मजबूती से खड़ी है. यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत कदम है.”
तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगदगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि भारत ने पहलगाम हमले का पलटवार किया है. भारत कभी वार नहीं करता, लेकिन वह आतंकी घटना पर चुप नहीं बैठता. भारत ने एक ही झटके में पाकिस्तान के नौ आतंकवादियों के ठिकानों को धूल में मिला दिया है. इसे लेकर पूरे देश में खुशी का माहौल है. जिस दिन पीओके भारत की सीमा में सम्मिलित हो जाएगा, उस दिन पूरे देश में फिर दीवाली मनाई जाएगी, चारों तरफ पटाखे फोड़े जाएंगे, मिठाइयां बांटी जाएंगी और उस दिन का हम लोग इंतजार कर रहे हैं.
इसी तरह, अयोध्या के श्री हनुमान गढ़ी मंदिर के पुजारी महंत राजू दास ने ऑपरेशन को भारतीय सैनिकों की बहादुरी का प्रमाण बताया. उन्होंने कहा, “यह गर्व की बात है कि हमारे सैनिकों ने पहलगाम में निर्दोष नागरिकों पर हुए कायराना हमले का करारा जवाब दिया. नौ आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले हमारी सेना की शक्ति और संकल्प को दर्शाते हैं. यह ऑपरेशन उन गद्दारों के लिए कड़ा संदेश है जो आतंकवादियों का समर्थन करते हैं. यह राष्ट्रीय गौरव का क्षण है और भारतीय सैनिक इसके लिए बधाई के पात्र हैं.”
वहीं राजस्थान हेरिटेज विकास प्राधिकरण के चेयरमैन ओंकार सिंह लखावत ने कहा, “भारत हमेशा अपने नागरिकों, देश और सम्मान की रक्षा के लिए तत्पर रहा है. हमारा इतिहास इसका साक्षी है. हम आक्रमण नहीं करते, लेकिन अगर कोई हमारे नागरिकों या देश को चुनौती देता है, तो वह पूरे राष्ट्र को चुनौती दे रहा है. एक नागरिक की हत्या सरकार को चुनौती देने के समान है, जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.”
अयोध्या भूमि विवाद मामले में पूर्व मुकदमाकर्ता इकबाल अंसारी ने भी ऑपरेशन की सराहना की. उन्होंने कहा, “हमारा देश और हमारी सेनाएं सक्षम हैं. ऑपरेशन सिंदूर यह दर्शाता है कि भारत जानता है कि अपने दुश्मनों को कैसे जवाब देना है. हमारी सेनाएं हमेशा सबसे आगे रही हैं और राष्ट्र हमेशा मजबूती से खड़ा रहा है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ न केवल आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत नीति को दर्शाता है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. यह कार्रवाई भारतीय सेना की ताकत, रणनीतिक कौशल और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बन गई है.
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एकेएस/केआर
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