चंडीगढ़, 9 अक्टूबर । हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामले में उनकी पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार सामने आई हैं। उन्होंने दावा किया है कि पूरन कुमार की मौत वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की गई मानसिक प्रताड़ना और सुनियोजित उत्पीड़न का परिणाम है। पूरन कुमार (52) मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास में मृत पाए गए थे। पुलिस ने बताया कि उन्होंने खुद को गोली मारकर आत्महत्या की।
आईएएस पत्नी का आरोप और FIR दर्ज
अमनीत पी कुमार ने चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने रोहतक के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और एक अन्य उच्च पदस्थ अधिकारी पर आरोप लगाते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
उन्होंने दोनों अधिकारियों की तत्काल गिरफ्तारी की भी मांग की।
विदेश दौरे से लौटने के बाद दर्ज कराई शिकायत
सूत्रों के अनुसार, अमनीत हाल ही में मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व में जापान दौरे से लौटी हैं। लौटते ही उन्होंने यह शिकायत दर्ज कराई।
मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी सहित कई वरिष्ठ नौकरशाहों ने अमनीत के आवास पहुंचकर संवेदनाएं व्यक्त कीं।
सुसाइड नोट में किए कई खुलासे
सूत्रों के मुताबिक, पूरन कुमार के पास से 8 पन्नों का टाइप और हस्ताक्षरित सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने अपने करियर के दौरान झेली गई परेशानियों और अधिकारियों की प्रताड़ना का जिक्र किया है। इसमें यह भी बताया गया है कि लगातार तनाव और दबाव के कारण उन्होंने यह कदम उठाया।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गीता भुक्कल भी सेक्टर-24 स्थित अमनीत के सरकारी आवास पहुंचीं और परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा,
“पूरन कुमार की मौत दुखद है। उन्हें न्याय मिलना चाहिए। सरकार को इस मामले की गहन जांच करनी चाहिए।”
पुलिस जांच और फॉरेंसिक साक्ष्य
पूरन कुमार का शव सेक्टर-11 स्थित आवास के बेसमेंट में मिला।
सीएफएसएल टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए, जिनमें घटनास्थल से मिला हथियार, एक वसीयत और अंतिम नोट शामिल हैं।
शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज, सेक्टर-16 भेजा गया है।
पदस्थापन और करियर विवरण
पूरन कुमार 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। वह हाल ही में रोहतक के सुनारिया पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (PTC) में महानिरीक्षक (IG) पद पर तैनात हुए थे।
इससे पहले उन्होंने रोहतक रेंज IG, अंबाला, कुरुक्षेत्र और अन्य जिलों में भी सेवाएं दीं।
वे इंजीनियरिंग स्नातक थे और मई 2033 में सेवानिवृत्त होने वाले थे।
रिश्वत मामले से जुड़ा विवाद
घटना से पहले रोहतक में एक शराब ठेकेदार ने एक हेड कांस्टेबल सुशील कुमार पर आरोप लगाया था कि उसने पूरन कुमार के नाम पर ₹2.5 लाख की रिश्वत मांगी।
पुलिस ने हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
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