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6 साल छोटे प्रेमी के चक्कर में हैवान बनी मां, छीन ली अपनी ही बेटी की सांसें… पर 3 शब्दों ने खोल दी कहानी

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नई दिल्ली: मां… वो रिश्ता, जो इस धरती पर सबसे ज्यादा पवित्र और सबसे ऊपर है। जन्म लेने के बाद कोई भी बालक सबसे पहले अपनी मां की ही उंगली पकड़ता है। मां की गोद उसे दुनिया की सबसे महफूज जगह लगती है। और एक मां भी, भले खुद हजार परेशानियां सहे, पर अपने बच्चे के ऊपर आंच नहीं आने देती। लेकिन, इस मां ने ऐसे निस्वार्थ रिश्ते को ही शर्मसार कर दिया। अपने एक नाजायज रिश्ते के लिए उसने अपनी ही मासूम बेटी का गला अपने हाथों से घोंट डाला।

तारीख थी 2 मार्च 2023, वक्त दोपहर के लगभग 3 बजे और जगह पुणे का खड़की रेलवे स्टेशन। पुलिस कंट्रोल रूम में एक फोन आता है। फोन करने वाला शख्स बताता है कि खड़की रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली सड़क पर एक छोटी बच्ची की लाश मिली है। तुरंत पुलिस की गाड़ियां मौके पर पहुंचती हैं और मामले की तहकीकात शुरू करती हैं

सीसीटीवी से मिला पहला सुराग
ये लाश एक दो साल की बच्ची की थी, जिसे गला घोंटकर मारा गया था। इतना ही नहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चलता है कि उस मासूम का गला दबाने से पहले उसके सिर पर भी किसी भारी चीज से वार किया गया था। मामला बेहद संगीन था। बच्ची की पहचान और कातिलों की तलाश के लिए तुरंत पुलिस टीमों का गठन किया जाता है। आसपास के लोगों से पूछताछ होती है, लेकिन कहीं से कोई सुराग नहीं मिलता।

लाश महज दो साल की बच्ची की थी, इसलिए उसकी पहचान करना सबसे बड़ी चुनौती था। अब पुलिस इलाके के सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू करती है। थोड़ी मशक्कत के बाद पुलिस को पहला सुराग मिल जाता है। इंडियन एक कैमरे की फुटेज में एक आदमी और एक औरत बच्ची को गोद में लिए खड़की रेलवे स्टेशन से खड़की बाजार की तरफ जाते हुए दिखाई देते हैं।

हुडी पर लिखे वो तीन शब्द
इसके बाद दूसरी दिशा में लगे एक और सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में यही दोनों उस इलाके से बच्ची के बिना जाते हुए दिखाई देते हैं। पुलिस के लिए यह सबसे बड़ा सुराग था। पुलिस को समझ आ गया कि फुटेज में दिखाई दे रहे ये आदमी और औरत ही असली गुनहगार हैं। लेकिन, दोनों की पहचान करना पुलिस के लिए एक चुनौती बन गया था। पूछताछ में पता चला कि ये दोनों उस इलाके के रहने वाले नहीं हैं।

सीसीटीवी फुटेज को ध्यान से देखने पर पुलिस के हाथ दूसरा अहम सुराग लगा। फुटेज में दिख रहे आदमी ने जो हुडी पहनी हुई थी, उसपर पीछे की तरफ मराठी में ‘संघर्ष ग्रुप, खीरपुरी’ लिखा हुआ था। खीरपुरी महाराष्ट्र के अकोला जिले के बालापुर तालुका का एक गांव है। तुरंत अकोला पुलिस से संपर्क करते हुए एक टीम को तफ्तीश के लिए वहां रवाना कर दिया गया।

और खुल गई पूरी कहानी
अकोला पुलिस के साथ मिलकर टीम ने छानबीन की और थोड़ी मशक्कत के बाद 26 साल के संतोष देवमन जामनिक को गिरफ्तार कर लिया गया। संतोष वही शख्स था, जो हुडी पहने हुए कैमरे में दिखा था। इसके बाद फुटेज में दिखी महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस पूछताछ में 32 वर्षीय इस महिला ने अपना गुनाह कबूलते हुए पूरी कहानी बयां कर दी। पुलिस ने महिला और उसकी मृत बच्ची की पहचान को गुप्त रखा। पूछताछ में महिला ने बताया कि जिस बच्ची की लाश मिली, वो उसके चार बच्चों में सबसे छोटी थी। पति शराब पीकर उसके साथ झगड़ा करता था, इसलिए वह अलग रह रही थी। इसी दौरान उसकी जान-पहचान पुणे में रहने वाले संतोष से हुई और दोनों के बीच अवैध संबंध बन गए।

पहले मारपीट की, फिर घोंट दिया गला
घटना से कुछ महीने पहले महिला भी अपनी दो साल की बच्ची को लेकर संतोष के साथ रहने के लिए पुणे चली आई। हालांकि, उसने अपने तीन बड़े बच्चों को अपने माता-पिता के घर छोड़ दिया था। धीरे-धीरे दोनों को दो साल की ये बच्ची अपने रिश्ते को आगे बढ़ने में रुकावट लगने लगी। जिस दिन बच्ची की लाश रेलवे स्टेशन पर मिली, उससे एक रात पहले उन्होंने उसके साथ मारपीट की और बाद में उसका गला घोंटकर मार डाला।

इसके बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए ये दोनों उसे खड़की रेलवे स्टेशन के पास छोड़ आए। पुलिस ने महिला और उसके प्रेमी पर बच्ची के कत्ल के आरोप के तहत संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर जेल भेज दिया। इस मामले को सुनकर हर कोई हैरान था। लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि एक मां अपनी दो साल की बच्ची को इतनी बेरहमी से कत्ल कर सकती है।

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