पेशाब का रंग हमारे खानपान, पानी की मात्रा और सेहत से सीधे तौर पर जुड़ा होता है. अगर कभी-कभी यूरिन का रंग गाढ़ा हो तो घबराने की जरूरत नहीं, लेकिन अगर यह रोजाना हो रहा है तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. ऐसे में आइए जानते हैं इसके पीछे की संभावित वजहें, इससे जुड़ी बीमारियां और बचाव के तरीके क्या हैं.
कई बार हम सुबह उठते ही देखते हैं कि पेशाब का रंग हल्के पीले से लेकर गाढ़े पीले रंग का होता है. अधिकतर लोग इसे सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह शरीर के भीतर चल रही कुछ प्रक्रियाओं का संकेत हो सकता है. यूरिन का रंग शरीर में मौजूद पानी की मात्रा, खानपान, दवाइयों और स्वास्थ्य से जुड़ी स्थितियों पर निर्भर करता है. अगर यह स्थिति कभी-कभी हो तो घबराने की बात नहीं, लेकिन अगर रोजाना ऐसा हो रहा है और साथ में जलन, बदबू या कोई और लक्षण भी दिखाई दें, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. यह आपके शरीर में विटामिन्स की अधिकता या किसी संक्रमण, डिहाइड्रेशन जैसी स्थिति की ओर इशारा कर सकता है.
सुबह के समय पेशाब का रंग पीला इसलिए हो सकता है क्योंकि पूरी रात शरीर बिना पानी के रहता है, जिससे यूरिन अधिक कंसंट्रेटेड यानी गाढ़ा हो जाता है. इसके अलावा, जब शरीर में पानी की कमी होती है तो यूरिन का रंग और भी गाढ़ा दिखाई देता है. कई बार विटामिन सप्लीमेंट्स, खासकर विटामिन बी कॉम्प्लेक्स के सेवन से भी यूरिन पीला हो सकता है. डिहाइड्रेशन के अलावा यह संकेत हो सकता है कि शरीर में कोई संक्रमण या किडनी से जुड़ी दिक्कतें पनप रही हैं. हालांकि हर केस में यह जरूरी नहीं कि पीला यूरिन बीमारी का ही संकेत हो, लेकिन अगर यह लंबे समय तक बना रहे, तो इसकी जांच जरूर करानी चाहिए.
किन बीमारियों का संकेत है?सफदरजंग हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग में डॉ. सुभाष जैन बताते हैं कि लगातार पीला या गाढ़ा यूरिन कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है. सबसे आम कारण डिहाइड्रेशन है. इसके अलावा, यह यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट संक्रमण, लिवर से जुड़ी बीमारियां जैसे पीलिया या किडनी की समस्या का संकेत भी हो सकता है. अगर यूरिन के साथ तेज बदबू, जलन या झाग जैसा कुछ दिखाई दे, तो ये संकेत संक्रमण के हो सकते हैं.
कुछ मामलों में डायबिटीज या प्रोस्टेट ग्लैंड की समस्या भी यूरिन के रंग और मात्रा को प्रभावित कर सकती है. इसके अलावा प्रेग्नेंट महिलाओं में हॉर्मोनल बदलावों के कारण भी यूरिन पीला दिखाई दे सकता है. अगर पेशाब के रंग में लगातार बदलाव आ रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है.
कैसे करें बचावरोजाना 7-8 गिलास पानी जरूर पिएं.
बहुत अधिक विटामिन सप्लीमेंट्स न लें, डॉक्टर की सलाह से ही लें.
सुबह उठते ही एक गिलास गुनगुना पानी पिएं.
ज्यादा नमक और प्रोसेस्ड फूड से बचें.
यूरिन में जलन, दर्द या रंग में बदलाव हो तो तुरंत जांच कराएं.
साफ-सफाई का ध्यान रखें.
समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कराते रहें.
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