नकली दवाओं की पहचान के उपाय
दुनिया भर में नकली दवाओं का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा बनता जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, निम्न और मध्य आय वाले देशों में हर 10 में से 1 चिकित्सा उत्पाद नकली या घटिया होता है। भारत, जो कि दुनिया का सबसे बड़ा जेनेरिक दवा उत्पादक है, भी इस समस्या का सामना कर रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि असली और नकली दवाओं के बीच अंतर पहचानने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान देना चाहिए।
You may also like
उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा रिजल्ट : हाईस्कूल में हल्द्वानी के जतिन जोशी बने प्रदेश टॉपर, बताया सफलता का राज
अमेरिका-ईरान परमाणु वार्ता का दूसरा दौर रोम में शुरू, क्या निकलेगा कोई हल?
बिहार : मोतिहारी में पकड़े गए छह अंतर्राष्ट्रीय साइबर अपराधी, पाकिस्तान के सिमकार्ड से ऑपरेट करता था सरगना
हिंदुओं के साथ खून की होली खेल रही हैं ममता बनर्जी : जमाल सिद्दीकी
लालच की आड़ में अपने ही घर में डाका, नाबालिग ने गायब किए एक करोड़; पिता को लगा तगड़ा झटका ⑅