Next Story
Newszop

चाणक्य के अनुसार पति-पत्नी के बीच उम्र का सही अंतर क्या होना चाहिए?

Send Push
चाणक्य का दाम्पत्य जीवन पर दृष्टिकोण According to Chanakya, what should be the age difference between husband and wife?

भारत के प्रसिद्ध विद्वान् आचार्य चाणक्य ने न केवल राजनीति और विदेश नीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया, बल्कि उन्होंने सामाजिक और पारिवारिक जीवन के लिए भी कई महत्वपूर्ण नियम और सुझाव दिए। उनकी रचना 'चाणक्य नीति' में दाम्पत्य जीवन के लिए कई महत्वपूर्ण बातें शामिल हैं। चाणक्य के विचार आज भी प्रासंगिक हैं, भले ही वे कुछ कठोर लगें।


चाणक्य का मानना है कि हर रिश्ते की अपनी सीमाएं होती हैं। पति-पत्नी का रिश्ता समझ और साझेदारी पर आधारित होता है, लेकिन यह संवेदनशील भी है। इसलिए, दोनों को इस रिश्ते को निभाने में मर्यादा का पालन करना चाहिए। एक-दूसरे को नीचा दिखाने से दाम्पत्य जीवन में कलह उत्पन्न हो सकती है। नियमित संवाद और आपसी सम्मान इस रिश्ते की नींव हैं।


चाणक्य के अनुसार, पति-पत्नी के बीच उम्र का अंतर अधिक नहीं होना चाहिए। सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए दोनों का मानसिक और शारीरिक संतोष आवश्यक है। यदि उम्र में अधिक अंतर होता है, तो एक-दूसरे की आवश्यकताओं को समझना कठिन हो जाता है, जिससे असंतोष और निराशा उत्पन्न होती है। ऐसे विवाह अक्सर बेमेल होते हैं।


पति-पत्नी का संबंध पवित्र और नाजुक होता है, जिसे मजबूत बनाए रखने की आवश्यकता होती है। चाणक्य का सुझाव है कि दोनों को एक-दूसरे की आवश्यकताओं को समझना चाहिए। यदि वे एक-दूसरे की पसंद और जरूरतों को जान लेते हैं, तो उनका दाम्पत्य जीवन प्रेम और सुख से भरा रहेगा।


नोट: यह जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है।


Loving Newspoint? Download the app now