ट्रंप टैरिफ़ के बीच चीन के तियानजिन में शंघाई शिखर सम्मेलन का आयोजन शुरू ही चुका है। जिसकी तस्वीरें भी सामने आने लगी है। पीएम मोदी - व्लादिमीर पुतिन की बैठक से पहले पीएम मोदी, व्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग की एक साथ तस्वीर सामने आई है। जिसमें तीनों नेता एक साथ हंसते दिख रहे हैं। अब दुनिया की नजरें पीएम मोदी और पुतिन की बैठक पर टिकी हैं। यह बैठक इसलिए भी खास है क्योंकि भारत पर अमेरिका द्वारा 50% का टैरिफ लगाने के बाद दोनों दिग्गज नेता पहली बार मुलाकात कर रहे हैं।
अमेरिका ने भारत पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ रूस से तेल खरीदने के कारण ही लगाया है। अमेरिका द्वारा भारत पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है कि वे रूस से तेल खरीदना बंद कर दें। लेकिन भारत ने अमेरिका की इस मांग को नहीं स्वीकारा। ट्रंप के टैरिफ के बीच अब पुतिन और मोदी की बैठक से ट्रंप को आघात जरूर पहुंच सकता है। पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति बोलदी मेरी पुतिन जब मिले तो दोनों काफी सहज भाव में नजर आए और दोनों ने गले लगा कर एक दूसरे का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुलाकात की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर शेयर की है। जिसके साथ उन्होंने कैप्शन लिखा है कि प्रेसिडेंट पुतिन से मिलना हमेशा आनंददायक होता है।
शंघाई शिखर सम्मेलन में भारत का एजेंडा तियानजिन में हो रहे इस शिखर सम्मेलन के बारे में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने रविवार को जानकारी दी थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि पीएम मोदी पहले शिखर सम्मेलन के सत्र को संबोधित करेंगे इसके बाद वे रूस के प्रेसिडेंट के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इसके पहले दोनों नेताओं के बीच अक्टूबर 2024 में ब्रिक्स समिट के दौरान मुलाकात हुई थी। आज हो रही इस बैठक में व्यापार संतुलन, भारत रूस ऊर्जा सहयोग, आर्कटिक शेल्फ आदि मुद्दों पर बात हो सकती है। रूस के द्वारा पहले ही यह कहा जा चुका है कि अमेरिका के द्वारा लगाए गए टैरिफ के बाद रूस भारत के प्रोडक्ट के लिए अपना मार्केट ओपन करने के लिए तैयार है। इस बैठक में रूस के साथ अपने निर्यात को बढ़ने पर भारत जोर दे सकता है। अभी भारत की सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में रूस का नंबर चौथ है। वहीं रूस के व्यापारिक साझेदारों में भारत का नंबर दूसरा है।
अमेरिका ने भारत पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ रूस से तेल खरीदने के कारण ही लगाया है। अमेरिका द्वारा भारत पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है कि वे रूस से तेल खरीदना बंद कर दें। लेकिन भारत ने अमेरिका की इस मांग को नहीं स्वीकारा। ट्रंप के टैरिफ के बीच अब पुतिन और मोदी की बैठक से ट्रंप को आघात जरूर पहुंच सकता है। पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति बोलदी मेरी पुतिन जब मिले तो दोनों काफी सहज भाव में नजर आए और दोनों ने गले लगा कर एक दूसरे का स्वागत किया।
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Always a delight to meet President Putin! pic.twitter.com/XtDSyWEmtw
— Narendra Modi (@narendramodi) September 1, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुलाकात की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर शेयर की है। जिसके साथ उन्होंने कैप्शन लिखा है कि प्रेसिडेंट पुतिन से मिलना हमेशा आनंददायक होता है।
शंघाई शिखर सम्मेलन में भारत का एजेंडा तियानजिन में हो रहे इस शिखर सम्मेलन के बारे में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने रविवार को जानकारी दी थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि पीएम मोदी पहले शिखर सम्मेलन के सत्र को संबोधित करेंगे इसके बाद वे रूस के प्रेसिडेंट के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इसके पहले दोनों नेताओं के बीच अक्टूबर 2024 में ब्रिक्स समिट के दौरान मुलाकात हुई थी। आज हो रही इस बैठक में व्यापार संतुलन, भारत रूस ऊर्जा सहयोग, आर्कटिक शेल्फ आदि मुद्दों पर बात हो सकती है। रूस के द्वारा पहले ही यह कहा जा चुका है कि अमेरिका के द्वारा लगाए गए टैरिफ के बाद रूस भारत के प्रोडक्ट के लिए अपना मार्केट ओपन करने के लिए तैयार है। इस बैठक में रूस के साथ अपने निर्यात को बढ़ने पर भारत जोर दे सकता है। अभी भारत की सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में रूस का नंबर चौथ है। वहीं रूस के व्यापारिक साझेदारों में भारत का नंबर दूसरा है।
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