JSW ग्रुप की सहायक कंपनी JSW सीमेंट का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) 7 अगस्त से खुलेगा और 11 अगस्त को बंद होगा। फॉर्च्यून इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी को इस साल जनवरी में सेबी से 4000 करोड़ रुपये के इश्यू की मंजूरी मिली थी। यह इश्यू दो हिस्सों में बंटा है, 2000 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 2000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल, जो मौजूदा शेयरधारकों द्वारा बेचा जाएगा।
इस पब्लिक इश्यू में 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए, 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) के लिए और 35% रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित रखा गया है।
आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोगJSW Cement इस आईपीओ से जुटाई गई रकम का उपयोग राजस्थान के नागौर में प्रस्तावित सीमेंट यूनिट की स्थापना, कर्ज चुकाने और सामान्य कॉर्पोरेट खर्चों के लिए करेगी। कंपनी का फोकस ग्रीन सीमेंट उत्पादों पर है, जिसमें ब्लेंडेड सीमेंट, पोर्टलैंड कम्पोजिट सीमेंट और ग्राउंड ग्रेन्यूलेटेड ब्लास्ट फर्नेस स्लैग (GGBS) शामिल हैं।
सीमेंट सेक्टर की ग्रोथ और कंपनी का प्रदर्शनJSW Cement भारत की घरेलू सीमेंट कंपनियों में एक प्रमुख नाम है और यह रेडी मिक्स कंक्रीट (RMC), क्लिंकर, वाटरप्रूफिंग कंपाउंड्स और कंस्ट्रक्शन केमिकल्स जैसे संबंधित उत्पाद भी बनाती है। FY24 में कंपनी की ऑपरेशनल इनकम बढ़कर 6028 करोड़ रुपये पहुंची, जो पिछले साल 5837 करोड़ रुपये थी। हालांकि नेट प्रॉफिट घटकर 62 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछले वर्ष यह 104 करोड़ रुपये था।
FY25 से FY29 के बीच भारतीय सीमेंट डिमांड में 6.5–7.5% CAGR की ग्रोथ का अनुमान है, जबकि RMC इंडस्ट्री 10–12% CAGR की दर से बढ़ने की उम्मीद है, जिससे JSW जैसे उत्पादकों को बड़ा लाभ मिल सकता है।
लीड मैनेजर्स की भूमिकाइस IPO के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स में जेएम फाइनेंशियल, एक्सिस कैपिटल, सिटीग्रुप और कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग शामिल हैं।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
इस पब्लिक इश्यू में 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए, 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) के लिए और 35% रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित रखा गया है।
आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोगJSW Cement इस आईपीओ से जुटाई गई रकम का उपयोग राजस्थान के नागौर में प्रस्तावित सीमेंट यूनिट की स्थापना, कर्ज चुकाने और सामान्य कॉर्पोरेट खर्चों के लिए करेगी। कंपनी का फोकस ग्रीन सीमेंट उत्पादों पर है, जिसमें ब्लेंडेड सीमेंट, पोर्टलैंड कम्पोजिट सीमेंट और ग्राउंड ग्रेन्यूलेटेड ब्लास्ट फर्नेस स्लैग (GGBS) शामिल हैं।
सीमेंट सेक्टर की ग्रोथ और कंपनी का प्रदर्शनJSW Cement भारत की घरेलू सीमेंट कंपनियों में एक प्रमुख नाम है और यह रेडी मिक्स कंक्रीट (RMC), क्लिंकर, वाटरप्रूफिंग कंपाउंड्स और कंस्ट्रक्शन केमिकल्स जैसे संबंधित उत्पाद भी बनाती है। FY24 में कंपनी की ऑपरेशनल इनकम बढ़कर 6028 करोड़ रुपये पहुंची, जो पिछले साल 5837 करोड़ रुपये थी। हालांकि नेट प्रॉफिट घटकर 62 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछले वर्ष यह 104 करोड़ रुपये था।
FY25 से FY29 के बीच भारतीय सीमेंट डिमांड में 6.5–7.5% CAGR की ग्रोथ का अनुमान है, जबकि RMC इंडस्ट्री 10–12% CAGR की दर से बढ़ने की उम्मीद है, जिससे JSW जैसे उत्पादकों को बड़ा लाभ मिल सकता है।
लीड मैनेजर्स की भूमिकाइस IPO के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स में जेएम फाइनेंशियल, एक्सिस कैपिटल, सिटीग्रुप और कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग शामिल हैं।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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