मानसून की फुहारों के बीच अगर आपका दिल भी पहाड़ों की वादियों में खो जाने को कर रहा है, तो इस वीकेंड माउंट आबू का रुख करना एक बेहतरीन फैसला हो सकता है। राजस्थान का इकलौता हिल स्टेशन माउंट आबू न सिर्फ अपनी हरियाली, शांत वातावरण और पहाड़ी खूबसूरती के लिए मशहूर है, बल्कि यह मानसून में और भी ज्यादा जीवंत हो उठता है। इसे अक्सर 'राजस्थान का शिमला' भी कहा जाता है, और इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं।
माउंट आबू क्यों है मानसून के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन?
गर्मी के बाद मानसून में माउंट आबू की घाटियों और पहाड़ों पर हरियाली की चादर बिछ जाती है। नक्की झील के किनारे बैठकर हल्की फुहारों का आनंद लेना, या फिर गुरु शिखर की ऊंचाई से कोहरे में डूबे अरावली पर्वतों को निहारना — यह अनुभव किसी भी हिल स्टेशन से कम नहीं है।यहां का मौसम जुलाई-अगस्त में बेहद सुहावना हो जाता है। तापमान 20-28 डिग्री के बीच बना रहता है, जो सफर को और भी रोमांचक बनाता है।
कैसे पहुंचें माउंट आबू?
माउंट आबू जाने के लिए आप रेल, रोड या हवाई यात्रा में से कोई भी विकल्प चुन सकते हैं।
रेल मार्ग: माउंट आबू का निकटतम रेलवे स्टेशन 'अबू रोड' है, जो कि यहां से मात्र 28 किलोमीटर की दूरी पर है। दिल्ली, जयपुर, मुंबई और अहमदाबाद से यहां सीधी ट्रेनें उपलब्ध हैं।
सड़क मार्ग: राजस्थान और गुजरात के कई शहरों से माउंट आबू के लिए बसें और टैक्सियाँ नियमित रूप से उपलब्ध रहती हैं।
हवाई मार्ग: सबसे नजदीकी एयरपोर्ट उदयपुर (185 किमी) और अहमदाबाद (221 किमी) हैं, जहाँ से आप टैक्सी लेकर माउंट आबू तक पहुंच सकते हैं।
माउंट आबू में घूमने लायक प्रमुख स्थान
नक्की झील: यह माउंट आबू का दिल है। मानसून में जब झील भर जाती है और आसपास की पहाड़ियों पर हरियाली छा जाती है, तब इसकी सुंदरता कई गुना बढ़ जाती है। बोटिंग का मजा जरूर लें।
गुरु शिखर: अरावली पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी, जहां से पूरा माउंट आबू नजर आता है।
दिलवाड़ा जैन मंदिर: सफेद संगमरमर से बना यह मंदिर अपनी बारीक नक्काशी और वास्तुकला के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
हनीमून पॉइंट और सनसेट पॉइंट: मानसून में यहां से घाटियों में बादलों के बहाव और सूर्यास्त का नजारा रोमांटिक और मनमोहक होता है।
टॉड रॉक: यह चट्टान मेंढक के आकार की है और झील के पास ही स्थित है, यहां से झील और पहाड़ों का नजारा बेहद खूबसूरत दिखता है।
कहां ठहरें?
माउंट आबू में सभी बजट के अनुसार होटल, रिसॉर्ट्स और होमस्टे की सुविधा उपलब्ध है। मानसून सीजन में वीकेंड पर भीड़ ज्यादा होती है, इसलिए ऑनलाइन प्री-बुकिंग कराना फायदेमंद रहेगा।
क्या खाएं?
यहां आपको राजस्थानी और गुजराती थाली का अद्भुत स्वाद मिलेगा। मानसून में गर्मागरम पकौड़े, मकई की रोटियां और मसाला चाय का मजा कुछ और ही होता है।
कुछ जरूरी टिप्स
मानसून में फिसलन वाली जगहों से सावधान रहें, ट्रैकिंग करते समय सही शूज़ पहनें।
छाता या रेनकोट साथ रखें।
कैमरा, पावर बैंक और जरूरी दवाइयां जरूर साथ लें।
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