धौलागढ़ देवी के लक्खी मेले के दौरान सोमवार रात को चढ़ावे व अव्यवस्थाओं को लेकर मंदिर के पुजारियों व प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बन गई। आरोप है कि पुलिस ने वहां ड्यूटी पर तैनात पटवारियों व गिरदावरों के साथ मारपीट व बदसलूकी की। इसके विरोध में मंगलवार को राजस्व कार्मिकों ने पुलिस पर मारपीट व बदसलूकी करने व गाड़ी में डालकर ले जाने का आरोप लगाते हुए एसडीएम कार्यालय के समक्ष धरना दिया तथा आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। उधर, दूसरे पक्ष मंदिर महंत ने भी तहसीलदार व राजस्व कार्मिकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
पटवारियों व गिरदावरों ने सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक धरना दिया। पटवार संघ अध्यक्ष विक्रम सिंह ने बताया कि मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो अगले दिन भी धरना जारी रहेगा। कलेक्टर को दिए ज्ञापन में कहा कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर जिले के सभी पटवारी, कानूनगो, नायब तहसीलदार व तहसीलदार 24 अप्रैल से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर देंगे तथा जिला मुख्यालय पर अपनी मांगों के समर्थन में क्रमिक धरना प्रदर्शन करेंगे। इधर धोलागढ़ देवी मेले में पंडितों व पुजारियों ने सोमवार रात व मंगलवार को पूरे दिन श्रद्धालुओं का प्रसाद ग्रहण किया। प्रसाद चढ़ाया गया।
यह बोले तहसीलदार: तहसीलदार व मेला मजिस्ट्रेट मदन जाट ने बताया कि मंदिर परिसर में सफाई नहीं होने के बारे में उन्होंने कई बार मंदिर के पंडितों से कहा, लेकिन सफाई नहीं हुई। इसके अलावा भीड़ में जेबकतरे सक्रिय रहते हैं। इसलिए मैंने चढ़ावे में आए पैसों को दानपात्र में रखवा दिया। इस पर वहां मौजूद पंडितों ने नारेबाजी कर पूजा-अर्चना व प्रसाद चढ़ाने का कार्य बंद करा दिया। मैंने मेला ड्यूटी में तैनात नायब तहसीलदार व अन्य कार्मिकों की ड्यूटी लगा दी। कार्य शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा था, तभी थानाधिकारी व कुछ पुलिसकर्मियों ने ड्यूटी पर तैनात पटवारी व गिरदावरों पर हमला कर दिया तथा मेला मजिस्ट्रेट के मना करने के बावजूद ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों के साथ बदसलूकी व मारपीट की गई। इसके विरोध में व दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सभी गिरदावरों व पटवारियों ने धरना दिया तथा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस संबंध में मंदिर महंत ने रिपोर्ट दी।
इस बीच मंदिर महंत तोताराम शर्मा पुत्र रेवदराम शर्मा व सभी ट्रस्टियों ने बहतुकला थाने में रिपोर्ट दी कि 18 अप्रैल से शुरू हुए मेले में मेला मजिस्ट्रेट व अन्य कार्मिक व्यवस्थाओं के नाम पर हमें परेशान कर रहे हैं। रोजाना हो रही अव्यवस्थाओं के कारण मेला महोत्सव में श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हो रही है। 21 अप्रैल की शाम को मेला मजिस्ट्रेट व अन्य कार्मिकों ने पंडों व पुजारियों के साथ गाली-गलौज कर उन्हें अपमानित किया तथा जबरन मंदिर से बाहर निकाल दिया। शाम 7 बजे से 10 बजे तक मंदिर में प्रसाद भी नहीं चढ़ने दिया। व्यवस्थाएं बिगड़ने पर पुलिस द्वारा तहसीलदार को सूचना दी गई। इस पर उन्होंने पुलिस से भी अभद्र व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि मंदिर की व्यवस्थाएं पटवारी करेंगे और हमसे जबरन चढ़ावे की राशि छीनकर दानपात्र में डाल दी। जांच की जा रही है। मेले में रात्रि के समय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है और शाम 7 बजे से 10 बजे तक भारी भीड़ के कारण अव्यवस्था हो रही थी। भीड़ के कारण आम लोग बाहर भी फंस रहे थे। ऐसे में मेले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पटवारियों को बुलाया गया। मौके पर ही शांति व्यवस्था भंग करने पर दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। पंडों द्वारा दी गई शिकायत की जांच की जा रही है। संजय शर्मा, थाना प्रभारी बहतुकला।
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