31 जुलाई 2025 को सावन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि रहेगी। इस दिन चित्रा नक्षत्र और गर करण दोपहर 3:47 बजे तक रहेगा। इसके बाद वणिज करण शुरू होगा। चंद्रमा कन्या राशि में सुबह 11:15 बजे तक रहेगा। इसके बाद तुला राशि में गोचर करेगा। सूर्य और बुध कर्क राशि में, बृहस्पति और शुक्र मिथुन राशि में, मंगल कन्या राशि में, केतु सिंह राशि में, राहु कुंभ राशि में और शनि मीन राशि में रहेंगे। ग्रह-नक्षत्रों की चाल कुछ राशियों के लिए प्रतिकूल रहेगी। मंगल की तीव्र ऊर्जा और शनि का प्रभाव इन राशियों में तनाव, स्वास्थ्य समस्या या रिश्तों में गलतफहमियों का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं कि किन राशियों के लिए यह दिन शुभ नहीं रहेगा।
मेष
मेष राशि वालों के लिए 31 जुलाई 2025 का दिन कुछ उलझनें लेकर आ सकता है। आपकी राशि का स्वामी मंगल कन्या राशि में छठे भाव में रहेगा, जिससे कार्यस्थल पर तनाव या विवाद की स्थिति बन सकती है। चित्रा नक्षत्र का प्रभाव आपकी ऊर्जा में वृद्धि करेगा, लेकिन यह आक्रामकता या जल्दबाज़ी में बहस का कारण भी बन सकता है। आपको सहकर्मियों या वरिष्ठों के साथ वाद-विवाद से बचना होगा। सुबह 11:15 बजे के बाद तुला राशि में चंद्रमा का गोचर और आपके सप्तम भाव को प्रभावित करना वैवाहिक या व्यावसायिक संबंधों में ग़लतफ़हमियों को जन्म दे सकता है। स्वास्थ्य के लिहाज़ से, आपको पेट से जुड़ी छोटी-मोटी समस्याओं या तनाव का सामना करना पड़ सकता है। इस दिन धैर्य बनाए रखना और अनावश्यक टकराव से बचना ज़रूरी है। उपाय: भगवान शिव को बिल्व पत्र और जल अर्पित करें।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि वालों के लिए यह दिन आर्थिक और सामाजिक स्तर पर कुछ चुनौतियाँ लेकर आ सकता है। आपकी राशि का स्वामी मंगल कन्या राशि में रहकर आपकी कुंडली के एकादश भाव को प्रभावित करेगा। जो सामान्यतः आय के अवसर प्रदान करता है, लेकिन चित्रा नक्षत्र का प्रभाव मित्रों या सहकर्मियों के साथ मतभेद बढ़ा सकता है। तुला राशि में रहकर द्वादश भाव में चंद्रमा का गोचर अनावश्यक खर्च, आर्थिक जोखिम या मानसिक तनाव का कारण बन सकता है। इस दिन निवेश या उधार जैसे जोखिम भरे कदमों से बचना होगा। सामाजिक मेलजोल में सावधानी बरतें, क्योंकि ग़लतफ़हमी होने की संभावना है। मानसिक शांति के लिए ध्यान और संयम आवश्यक है। उपाय: शिवलिंग पर दूध और जल चढ़ाएँ।
मीन
मीन राशि वालों के लिए 31 जुलाई 2025 का दिन स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। शनि आपकी राशि में प्रथम भाव में है, जिससे आत्मविश्वास की कमी, शारीरिक थकान या जोड़ों व हड्डियों से जुड़ी समस्याएँ हो सकती हैं। तुला राशि में स्थित चंद्रमा का अष्टम भाव को प्रभावित करना अचानक परिवर्तन, तनाव या अप्रत्याशित बाधाएँ उत्पन्न कर सकता है। चित्रा नक्षत्र की तीव्र ऊर्जा जल्दबाजी में लिए गए निर्णयों को जन्म दे सकती है, जो हानिकारक हो सकते हैं। इस दिन शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना होगा और तनावपूर्ण स्थितियों से दूर रहना होगा। उपाय: शनि के प्रभाव को शांत करने के लिए काले तिल या उड़द की दाल का दान करें।
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