कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा- ईडी मेरे घर भी आ सकती है, अभी कागजात जुटाए जा रहे हैं। लेकिन, जिस जज के घर करोड़ों रुपए मिले, उनके घर ईडी नहीं गई। इतना ही नहीं, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद ईडी की जांच बंद हो जाती है। ईडी की यह कैसी कार्रवाई है। उन्होंने कहा- टीकाराम जूली डरने वाले नहीं हैं। मैंने ईमानदारी से सेवा की है। मुझे भी पता है। वे मेरे भी कागजात जुटाने में लगे हैं। सत्य को परेशान किया जा सकता है। ईडी तैयार है, कभी भी मुझ पर आ सकती है। हम भी तैयार हैं। नेता प्रतिपक्ष गुरुवार को अलवर में थे, यहां कांग्रेस कार्यालय पर ईडी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला।
कोई भाजपा में शामिल होता है तो उसका सफाया हो जाता है
जूली ने कहा- केंद्र सरकार ईडी का दुरुपयोग करने में लगी हुई है। लोकसभा में सवाल का जवाब था कि ईडी ने 193 के खिलाफ कार्रवाई की और सिर्फ 2 का चालान किया। इससे ईडी की कार्रवाई का मतलब समझ में आता है। वे सिर्फ विपक्षी दलों को दबाने का काम करते हैं। जिन लोगों पर वे खुद आरोप लगाते हैं, अगर वे भाजपा में शामिल हो जाएं तो वे वॉशिंग मशीन से निकाले गए लोगों की तरह साफ हो जाते हैं।
स्वतंत्रता संग्राम में काम आया अखबार
जूली ने कहा- मेरे कहने का मतलब है कि स्वतंत्रता संग्राम में अखबार (हेराल्ड) का इस्तेमाल हुआ। उसमें देनदारियां थीं। उन कर्मचारियों के वेतन और दूसरे खर्चों के लिए कंपनी बनाई गई थी। उसमें कोई मुनाफा नहीं था। किसी को वेतन नहीं मिलना था। एक पैसे का भी लेन-देन नहीं हुआ। बिना पैसे के ईडी कहां से आ गई।
लोग पंची का पद नहीं छोड़ते, सोनिया गांधी ने पीएम का पद ठुकरा दिया
नेता प्रतिपक्ष ने कहा- राहुल गांधी लोगों की बात करते हैं। सरकार उससे डरती है। राहुल गांधी और सोनिया गांधी उस परिवार से हैं, जिसमें पंडित नेहरू ने अपनी पूरी संपत्ति देश को दे दी। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी देश के लिए शहीद हो गए।
सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री का पद ठुकरा दिया। लोग पंची (सरपंच) का पद भी नहीं छोड़ते। फिर भी उन पर आरोप लगते हैं। जिनका इतिहास माफी मांगने का रहा है। देश की लड़ाई में इनका कोई योगदान नहीं रहा। ये लोग देशभक्ति का सर्टिफिकेट बांटते हैं। मैं कहना चाहता हूं कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी अकेले नहीं हैं। पूरे देश की जेलें कम पड़ जाएंगी। हम उनके साथ जेल भरो आंदोलन शुरू करने को तैयार हैं। जब भी कोई इनके खिलाफ बोलता है तो ईडी आ जाती है।