राजस्थान के धौलपुर में पार्वती नदी में नहाते समय एक ही परिवार के पाँच सदस्य पानी में डूब गए। स्थानीय लोगों ने नदी में कूदकर चार लोगों को बचा लिया, जबकि एक युवक का देर शाम तक पता नहीं चल सका। लोगों के नदी में डूबने की सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर पहुँच गए। मंगलवार को एसडीआरएफ की टीम बुलाई जाएगी, जो लापता युवकों की तलाश करेगी।
सभी दुर्वास बालाजी मंदिर में ठहरे थे
जानकारी के अनुसार, बसेड़ी के मठ धोर गाँव निवासी ऋषि गोस्वामी (46), पत्नी गुड्डी (43), बेटा सचिन (22 वर्ष), आशु पत्नी सचिन (21 वर्ष) और शिवम (20 वर्ष) पिछले 8 दिनों से शारीरिक और मानसिक समस्याओं के इलाज के लिए दुर्वास बालाजी मंदिर में ठहरे हुए थे। ये सभी सोमवार शाम मंदिर के बगल में बह रही पार्वती नदी में नहाने गए थे।
लोगों के डूबने पर चीख-पुकार मच गई
नहाते समय सभी गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। पानी की गहराई में डूबते समय महिला-पुरुषों में चीख-पुकार मच गई। नदी किनारे नहाने आए लोगों और भैंस चरा रहे चरवाहों ने जब चीख-पुकार सुनी तो डूबते परिवार को बचाने के लिए पानी में कूद पड़े। घटना की सूचना मिलते ही मंदिर में मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई।
लापता युवकों की तलाश की जाएगी
बड़ी संख्या में लोग नदी पर पहुँचे और स्थानीय युवकों ने नदी में कूदकर परिवार के चार सदस्यों की जान बचाई, लेकिन देर शाम तक शिवम गोस्वामी का कोई सुराग नहीं लगा। रात होने के कारण बचाव अभियान रोक दिया गया है। मठ धौर्र और आसपास के इलाकों से कई लोग रिश्तेदार मंदिर में सुबह होने का इंतजार कर रहे हैं। उधर, थाना प्रभारी अनूप कुमार चौधरी ने बताया कि मंगलवार सुबह एसडीआरएफ को बुलाया जाएगा, तलाशी अभियान चलाकर युवकों को बचाया जाएगा।
You may also like
एशिया कप 2025: पाकिस्तान ने यूएई को 41 रन से हराया
Asia Cup 2025: शाहीन अफरीदी और फखर जमान चमके, पाकिस्तान ने 41 रन से UAE को हराकर सुपर-4 में बनाई जगह
बागपत में सानिया हत्याकांड का चौंकाने वाला खुलासा
डायबिटीज के प्रबंधन में केसर का प्रभाव: नई शोध से मिली जानकारी
वास्तु शास्त्र में काजल का महत्व: सकारात्मक ऊर्जा के लिए उपाय